Coronavirus: 7 दशक के बाद खेलों पर छायी 'महामारी', क्रिकेट समेत सभी खेलों पर लगा ब्रेक
Coronavirus Pandemic के कारण खेलों की दुनिया में भी महामारी छा गई है। एक के बाद एक दर्जनों खेल एकाएक बंद करने पड़े हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। 1940 के दशक में द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था। उस दौरान सभी तरह के खेलों पर विराम लगा था, लेकिन अब 2020 के दशक की शुरुआत में खेलों की दुनिया में महामारी छा गई है। Coronavirus Pandemic के कारण सभी तरह के खेल एकाएक बंद करने पड़े हैं। 7 दशक के बाद ऐसा पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में खेल टूर्नामेंट या तो रद करने पड़े हैं या फिर स्थगित करने पड़े हैं।
1946 के बाद से लगातार हर प्रकार के खेलों का आयोजन हो रहा है। कभी-कभार एक दो मैच या फिर एक दो टूर्नामेंट सुरक्षा कारणों से रद या स्थगित करने पड़े थे, लेकिन पहली बार स्वास्थ्य कारणों के चते सभी तरह के खेल बंद किए गए हैं, जिसमें क्रिकेट और फुटबॉल भी शामिल है। आयोजकों के पास एक विकल्प था कि वे खाली स्टेडियम में खेलों को आयोजित कराएं, लेकिन ये पूरी तरह से संभव और सुलभ नहीं है।
हर तरह के खेल हुए रद
क्रिकेट, गोल्फ, फुटबॉल, रेसिंग, टेनिस, बास्केटबॉल, हॉकी, बेसबॉल, रनिंग, रग्बी, कुश्ती, कबड्डी और तमाम टूर्नामेंट रद कर दिए हैं। इसके अलावा टोक्यों में इसी साल जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक पर भी कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान दिया था कि ओलंपिक भी एक साल के लिए स्थिगित किए जा सकते हैं। हालांकि, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा है कि ओलंपिक तय समय के हिसाब से होंगे।
1946 के बाद ऑस्ट्रेलिया में शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट को बंद किया गया है। इससे पहले वर्ल्ड वॉर 2 की वजह से ये घरेलू टूर्नामेंट बंद किया गया था। ऐसे में कह सकते हैं कि 7 दशक के बाद ऐसा मौका आया है जब खेल खुद बीमार हो गए हैं। कुछ जगहों पर खेल जारी हैं, लेकिन तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं। मेलबर्न में हुए एक रग्बी मैच में जब गेंद दर्शकों के पास चली गई थी तो उसे कैमिकल से धुला गया था।
IPL भी हो गया पोस्टपोन
दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग यानी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को 15 अप्रैल तक के लिए पोस्टपोन कर दिया है। इस समय सिर्फ एक टी20 लीग पाकिस्तान में खेली जा रही है, लेकिन उसमें स्टेडियम खाली रहे जा रहे है। हालांकि, पाकिस्तान सुपर लीग से भी विदेशी खिलाड़ियों ने जाने का फैसला किया और एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ियों ने पाकिस्तान की सरजमीं को छोड़ दिया है, जबकि तमाम द्विपक्षीय सीरीज बंद हो गई हैं।