कोटला मैदान के बाहर बेच दिए आइपीएल के 400 नकली टिकट, तीन आरोपी गिरफ्तार
फिरोजशाह कोटला मैदान में दिल्ली डेयरडेविल्स व कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच खेले गए मैच के 400 नकली टिकट एक गिरोह के सदस्यों ने बेच दिए।
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। आइपीएल मैच में सट्टा लगाने की बात तो सुनने को मिलती रहती है, लेकिन आइपीएल मैच का हूबहू नकली टिकट बेचे जाने का मामला दिल्ली में पहली बार सामने आया है। शुक्रवार को फिरोजशाह कोटला मैदान में दिल्ली डेयरडेविल्स व कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच खेले गए मैच के 400 नकली टिकट एक गिरोह के सदस्यों ने बेच दिए।
मध्य जिला पुलिस को सूचना मिलते ही उसने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को दबोच लिया। इनके नाम सुनील, विनय व नितेश हैं। इनके पास से 750 रुपये कीमत के 10 व 1000 रुपये कीमत के 12 नकली टिकट मिले, जो बच गए थे। पुलिस ओखला निवासी इनके सरगना कुणाल की तलाश कर रही है। पूछताछ में इन्होंने बताया है कि कुणाल ने 750 व 1000 रुपये मूल्य के सैकड़ों नकली टिकट दिए थे। 10 टिकट बेचने पर 500 रुपये बतौर कमीशन इन्हें मिलना था। इन टिकटों के जरिये लोग कोटला मैदान के गेट नंबर 10 व 14 से प्रवेश कर सकते थे। पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार तीनों आरोपितों को तीस हजारी कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए रिमांड पर ले लिया है। आरोपितों ने बताया है कि कुणाल ने कुल 15 युवकों को टिकट बेचने के लिए हायर किया था। मैच शुरू होने से एक दिन पहले गुरुवार सुबह उसने सभी युवकों को दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के बाहर बुलाकर नकली टिकट सौंपे थे।
गिरफ्तार तीनों आरोपितों ने करीब 400 नकली टिकट बेचने की बात स्वीकार की है। पुलिस का कहना है कि नकली टिकट ऐसे थे कि इन्हें देखकर कोई शक नहीं कर सकता। कुणाल के पकड़े जाने के बाद ही उस प्रिंटिंग प्रेस के बारे में पता चल पाएगा जहां ये टिकट छपे हैं। इसके बाद पुलिस प्रिंटिंग प्रेस के मालिक व टिकट छापने वाले कर्मचारियों को भी गिरफ्तार करेगी। जानकारी के मुताबिक, आइपीएल के टिकटों पर बार कोड दर्ज होता है। बिना बार कोड मिलान हुए लोगों का मैदान में प्रवेश कर पाना संभव नहीं होता है। नकली टिकट खरीदने वालों को मैदान में प्रवेश मिला या नहीं, पुलिस इसकी जांच कर रही है।