महाकुंभ: तीर्थस्थलों में प्रवास को नो-टेंशन
महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्री आसपास के तीर्थ स्थलों पर प्रवास के लिए संगमनगरी से ही एडवांस बुकिंग करा सकेंगे। शासन की हरी झंडी मिलने के बाद विभाग ने इस बारे में तैयारी तेज कर दी है।
इलाहाबाद। महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्री आसपास के तीर्थ स्थलों पर प्रवास के लिए संगमनगरी से ही एडवांस बुकिंग करा सकेंगे। शासन की हरी झंडी मिलने के बाद विभाग ने इस बारे में तैयारी तेज कर दी है।
अबकी महाकुंभ में देश विदेश से दस करोड़ से भी अधिक लोगों के संगमनगरी आने की संभावना है। दूर-दराज से कुंभ आने वाले काफी संख्या में तीर्थयात्री संगम में डुबकी लगाने के बाद इलाहाबाद के नजदीक स्थित तीर्थस्थलों का भी भ्रमण करना पसंद करते हैं। पर्यटन विभाग की मानें तो इनकी संख्या में हर साल करीब बीस फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। जाहिर है तीर्थयात्रियों की संख्या में इस बार और भी इजाफा होगा, लेकिन इन जगहों पर बेहतर यात्री सुविधाओं के नहीं होने से तीर्थयात्रियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बारे में शासन स्तर पर हुई बैठक में इन तीर्थ स्थलों पर प्रवास के लिए यात्रियों को पर्यटन विभाग के पर्यटक आवास गृहों की एडवांस बुकिंग की सुविधा संगमनगरी में ही उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया। इसके लिए मेला क्षेत्र में लगने वाले पर्यटन विभाग की प्रदर्शनी व मेले के चार अस्थायी बस स्टेशनों पर विशेष काउंटर खोले जाएंगे। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अमित कुमार के मुताबिक इससे यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।
मेला प्रशासन के खिलाफ बुद्धि-शुद्धि यज्ञ कल-
कुंभ मेला क्षेत्र के आसपास के मुहल्लों में सड़क, नाली, खड़ंजा दुरुस्त न होने से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसके खिलाफ उत्तर प्रदेश नगर निगम पार्षद महासंघ के बैनर तले कीडगंज, बैरहना, दारागंज, मीरापुर, बलुआघाट, गऊघाट सहित अनेक मुहल्लों के पार्षद एवं आम नागरिकों ने जिला एवं मेला प्रशासन के खिलाफ 14 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने का निर्णय लिया है।
13 दिसंबर को कीडगंज थाने के पास बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष एवं पार्षद उमेश चंद्र ने कहा कि बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल मेलाधिकारी मणि प्रसाद मिश्र से मिलेगा। कोई हल नहीं निकला तो आंदोलन शुरू होगा।
लगेगा वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम-
इलाहाबाद जंक्शन पर यात्रियों को स्वच्छ पानी के भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए प्लेटफार्म नंबर एक पर वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम लगाया जाएगा। साढ़े चार लाख की लागत से लगने वाले इस सिस्टम से प्लेटफार्म के छह टैप कनेक्ट होंगे। सिस्टम की क्षमता 1000 ली. प्रति घंटे है। बिजली नहीं रहने पर भी यह काम करेगा।
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