इस पूर्व दिग्गज ने सनराइजर्स हैदराबाद को किया आगाह, पंजाब से जरा बचके!
सनराइजर्स की टीम लगातार तीन जीत के साथ आत्मविश्वास से भरे हुई है।
(वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम)
अभी सिर्फ चार दिन हुए हैं जब सनराइजर्स हैदराबाद ने ईडन गार्डेस के मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की थी। यह जीत टीम के लिए बेहद खास थी, जिससे हम अपने घर में जीत की आदत को बाहर भी बदलने में कामयाब हो रहे हैं। मुझे अपनी टीम पर गर्व है कि जिस तरह से हमने एक मजबूत टीम का सामना किया, जो अपने घर में और भी ज्यादा ताकतवर हो जाती है।
एक बार फिर गेंदबाजों ने जीत की नींव तैयार की। इसके बाद केन विलियमसन ने बड़ी ही चालाकी से लक्ष्य का पीछा किया। एक ओर से जब हमें थोड़ी दिक्कत होनी शुरू हुई, तो फिर शाकिब और यूसुफ पठान ने अपने अनुभव का अच्छा फायदा उठाया। मनीष पांडे जरूर थोड़ा बल्लेबाजी में शांत रहे, लेकिन उन्होंने दो शानदार कैच पकड़कर अपनी अहमियत बताई। सिर्फ सनराइजर्स ही नहीं सभी फ्रेंचाइजियों के खिलाड़ी शानदार क्षेत्ररक्षण और कैच कर रहे हैं। टीम के अंदर ही खिलाड़ी एक दूसरे से बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। अब हमारी अगली चुनौती गुरुवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उनके ही घर में है। उन्होंने पहले दिखा दिया है कि वह बेहद संतुलित टीम हैं। हम भी लगातार तीन जीत के साथ आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। हम सभी जानते हैं कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
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चेन्नई के खिलाफ पंजाब ने क्रिस गेल को पहली बार मौका दिया और उन्होंने आइपीएल-11 में अपने पहले ही मैच में बेहद ही शानदार पारी खेली। इस मैच में दो शानदार पारियां देखने को मिलीं। गेल के अलावा चोट से जूझ रहे एमएस धौनी ने भी लगभग अपनी टीम को मैच जीता दिया था। हर बार कोई ना कोई दिग्गज शानदार खेल दिखाता है। यह हमारे उन युवाओं के लिए बेहतर है जो ड्रेसिंग रूम में हैं और उनके लिए जो टीवी पर मैच देख रहे हैं। यह सीखने योग्य है कि वह ये दिग्गज अपना काम कितनी बखूबी से निभाते हैं।
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अभी तक टूर्नामेंट में कई शानदार बल्लेबाज देखने को मिले। गेल, एमएस, संजू सैमसन, आंद्रे रसेल, शिखर, रोहित, एबी और विराट। नए खिलाड़ी जो खासकर विदेशी हैं उन्हें यहां की परिस्थितियों और पिच से सामंजस्य बैठाने में परेशानी हुई, लेकिन मुङो पता है यह सिर्फ समय की बात है, जब तक वह अपनी लय में नहीं आते। इस टूर्नामेंट में अभी तक कई छक्के देखने को मिले, खासकर तेज गेंदबाजों पर। स्पिनरों ने अच्छी विषमता दिखाई, खासकर कलाई के स्पिनरों ने। उन्हें अच्छी सफलता मिली, छोटी गेंदों पर भी। यह टी-20 क्रिकेट में कोई नई प्रवृति नहीं है। आइपीएल दिखा रहा है कि इस प्रारूप में कलाई के स्पिनरों की क्या महत्ता है, जो खेल के लिए अच्छी खबर है।