पुराने अंदाज में लौट आए हैं नरेन
आइपीएल खत्म होने तक यह नजर आने लगा था कि सुनील नरेन अपने पुराने अंदाज और लय में लौटने लगे हैं। वह गेंद की टर्न को लेकर बल्लेबाजों को फिर से भ्रमित करने लगे थे। यह समझा जा सकता है कि जब उन्होंने इस बार आइपीएल में खेलना शुरू किया
(गावस्कर का कॉलम)
आइपीएल खत्म होने तक यह नजर आने लगा था कि सुनील नरेन अपने पुराने अंदाज और लय में लौटने लगे हैं। वह गेंद की टर्न को लेकर बल्लेबाजों को फिर से भ्रमित करने लगे थे। यह समझा जा सकता है कि जब उन्होंने इस बार आइपीएल में खेलना शुरू किया तो वह थोड़े नर्वस थे, क्योंकि वह संदिग्ध एक्शन की वजह से प्रतिबंध झेलने के बाद वापसी कर रहे थे। उस वक्त कमबैक करना बहुत ही मुश्किल काम होता है, जब दुनिया आपके पिछले रिकॉर्ड और विकेट को लेकर सवाल खड़ा कर रही हो।
कोलकाता की टीम ने उनकी स्थिति को समझते हुए उनका इस्तेमाल बहुत सलीके से किया। नरेन हमवतन खिलाड़ी आंद्रे रसेल और यूसुफ पठान से भी बड़े मैच विनर हैं, लेकिन उनके लय में लौटने में हुई देरी का नुकसान कोलकाता की टीम को हुआ। वह फाइनल में जगह नहीं बना सकी। शुरुआती मैचों में वह विकेट हासिल नहीं कर पा रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा उनका आत्मविश्वास लौटता गया।
यही आत्मविश्वास लेकर वह दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्राई सीरीज में वेस्टइंडीज की तरफ से उतरे हैं। एबी डिविलियर्स भी उनकी गेंदों को पढ़ने में नाकाम रहे। उनकी गेंदबाजी का ही जादू था कि वेस्टइंडीज ने कई विकेट और गेंद रहते आसान जीत दर्ज कर ली। वेस्टइंडीज ने दिखाया कि सीमित ओवरों के मैच में वे अभी भी काफी खतरनाक टीम है। अपना दिन होने पर वह किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं। तीनों टीमों ने एक-एक मैच जीते हैं, जिससे वनडे ट्राई सीरीज रोमांचक हो गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम संतुलित और सर्वश्रेष्ठ नजर आ रही है। अगर कैरेबियाई टीम अपने रवैये में थोड़ा और संजीदा हो जाए तो आइसीसी टी-20 वर्ल्ड कप की तरह यहां भी उलटफेर भरे नतीजे दे सकती है। छह विकेट चटकाने के लिए सुनील नरेन को इस सप्ताह का सिएट इंटरनेशनल क्रिकेटर चुना जाता है।
(पीएमजी)