कोलकाता को खल रही रसेल की कमी
ग्रुप चरण का आखिरी दिन आखिरकार आ गया है और स्थिति यह है कि हमें अभी तक नहीं पता कि कौन सी टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने वाली है।
(गावस्कर का कॉलम)
ग्रुप चरण का आखिरी दिन आखिरकार आ गया है और स्थिति यह है कि हमें अभी तक नहीं पता कि कौन सी टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने वाली है। दिल्ली और बेंगलूर के बीच होने वाले आखिरी लीग मुकाबले से ही तय होगा कि कौन सी टीम प्लेऑफ में पहुंचेगी। टूर्नामेंट का इससे बढिय़ा प्रचार नहीं हो सकता। इससे पता चलता है कि कैसे टीम का भाग्य बदलता है। अच्छी बात यह है कि जीत और हार में किस्मत की भूमिका बहुत थोड़ी ही होती है। जब टीम मैदान में उतरती है, तो उनके दिमाग में किस्मत को लेकर कोई सोच नहीं होती और उनका पूरा फोकस खेल पर होता है। इसके लिए टूर्नामेंट के बाद बहुत सा समय मिलेगा।
पूर्व चैंपियन कोलकाता को साफतौर पर आंद्रे रसेल की कमी खल रही है। वह गेंदबाजी करते वक्त घायल हो गए थे। वह पहले भी अपने फॉलो थ्रू के दौरान गिरकर घायल हो चुके हैं। इससे पहले की यह समस्या उनके भविष्य पर सवाल उठाए, उन्हें इस संबंध में कुछ करना चाहिए। तेज गेंदबाजी में बहुत ज्यादा मेहनत लगती है। ऐसे में शरीर की पोजीशन, गेंद की ग्रिप, फुट आदि का ध्यान रखना होता हैै। अगर पैर जमीन पर सही ढंग से नहीं पड़ता है, तो एड़ी मुडऩे का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में जूतों का मजबूत होना भी बहुत जरूरी है, जिसमें एड़ी के लिए अतिरिक्त सुरक्षा हो।
कोलकाता को अपने ओपनरों से अच्छी शुरुआत की जरूरत है। अगर ऐसा होता है, तो यूसुफ पठान एंड कंपनी के लिए काम आसान हो जाएगा। पिछले मैच में उन्होंने बेकार में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किया और इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। अब उन्हें अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलना है, जिसमें जीतकर वे प्लेऑफ में पहुंचना चाहेंगे।
बेंगलूर की टीम इस समय शानदार प्रदर्शन कर रही है। यहां तक कि डिविलियर्स के शून्य पर आउट होने से भी उनकी टीम पर कोई फर्क नहीं पड़ा। कप्तान विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी कर मैच छीन लिया। क्रिस गेल ने भी अच्छे हाथ दिखाए और निचले क्रम में लोकेश राहुल भी शॉट लगाने में कामयाब रहे। इन बल्लेबाजों को रोकने के लिए जहीर खान को अपना पूरा अनुभव झोंकना होगा। हैदराबाद के खिलाफ अंतिम गेंद पर मिली जीत से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा होगा। लीग चरण का आखिरी दिन निश्चित तौर पर रोमांचक होगा।