भारतीय टीम को उठाना होगा खेल का स्तर
इस बार पिच ज्यादा बेहतर है, इसलिए ईडन गार्डेंस और ग्रीन पार्क से ज्यादा टर्न होने की उम्मीद है।
(गावस्कर का कॉलम)
उम्मीद है कि कानपुर में हार भारत के लिए नींद से जगाने वाली साबित होगी। बल्लेबाजों ने शुरुआत की, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए, जिससे गेंदबाजों के लिए बड़ा स्कोर खड़ा नहीं हो पाया। पिछली बार नागपुर में न्यूजीलैंड और मिशेल सेंटनर ने अपनी फिरकी में भारत को फंसा लिया था। हालांकि इस बार पिच ज्यादा बेहतर है, इसलिए ईडन गार्डेंस और ग्रीन पार्क से ज्यादा टर्न होने की उम्मीद है। ऐसे में कानपुर में नहीं खेलने वाले आदिल रशीद को मौका मिल सकता है। चहल भी अपनी लेग स्पिन से पिच पर फायदा उठाना चाहेंगे और उनके साझेदार परवेज रसूल कुछ ज्यादा ही सपाट और तेज गेंदबाजी कर रहे हैं, जिससे गेंद स्पिन नहीं हो रही है। भारत को अपने खेल का स्तर उठाना होगा तभी वे इंग्लैंड को रोक सकते हैं।
हालांकि मैच जिताने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को ही मेहनत करनी होगी। राहुल की फॉर्म में गिरावट चिंताजनक है। नागपुर में उनके पास सुनहरा मौका है। युवराज को किसी को कुछ साबित नहीं करना है, लेकिन उन्होंने इतने ऊंचे मानक स्थापित किए हैं कि हर बार उनसे अपेक्षा रहती है। खासतौर से छोटे प्रारूप में जब तक वह कुछ छक्के न लगा लें, उन्हें विफल ही माना जाता है। चिंता की बात भारतीय टीम में एक आराम का भाव है। कानपुर में इंग्लैंड ने इसी वजह से जीत हासिल की थी। उन्हें इस जीत के लिए बमुश्किल ही मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को उनकी पसंदीदा जगह पर गेंदबाजी नहीं की। इंग्लिश बल्लेबाजों को भी पसीना नहीं बहाना पड़ा और कप्तान मोर्गन ने शानदार बल्लेबाजी की। युवराज की तरह वह भी फ्रंट फुट से पुल शॉट लगा सकते हैं, ऐसे में गेंदबाज के पास लाइन लैंथ में गलती करने की गुंजाइश बहुत ही कम होती है। इंग्लैंड के लिए टेस्ट सीरीज काफी निराशाजनक रही और वनडे सीरीज में वह संघर्ष करके हारे। ऐसे में वे टी-20 सीरीज जीतकर दौरे का सुखद अंत करना चाहेंगे।