Ind vs Aus: एडिलेड में हार के बाद बदले ऑस्ट्रेलियाई कोच के तेवर, अब ऐसे की भारत की तारीफ
पर्थ के नए स्टेडियम में सिर्फ दो अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए हैं और यह इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच है।
एडिलेड, पीटीआइ। ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लेंगर ने पहले टेस्ट मैच में मिली हार के बाद अपनी टीम के खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती की तारीफ की। उन्होंने यह भी माना कि भारतीय टीम ने उन्हें खेल के हर विभाग में पछाड़ दिया। लेंगर ने उम्मीद जताई कि पर्थ के नए स्टेडियम में होने वाले सीरीज के दूसरे मैच में पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी। नए स्टेडियम में यह पहला टेस्ट मैच होगा।
लेंगर ने कहा, ‘मैच में कुछ ऐसे मौके थे जहां से हम अपनी पकड़ मजबूत कर सकते थे, लेकिन कुल मिलाकर हमने कड़ी टक्कर दी। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण किया, हम जोश से भरे थे। हमने अच्छे कैच लपके, लेकिन साङोदारी में शायद उतना समय नहीं दे सके, जितना हम बल्लेबाजों से उम्मीद कर रहे थे। दुर्भाग्य से हम साझेदारी कायम करने में सफल नहीं रहे क्योंकि हम अहम मौकों पर विकेट गंवा रहे थे।’
लैंगर ने पर्थ रवाना होने से पहले कहा, ‘मैच हारने वाले कई कोच यही बात कहते हैं कि मैच में उनके लिए कई साकारात्मक पहलू रहे। हम काफी करीब पहुंचे। मैच में कुछ ऐसे मौके थे जहां से हम अपनी पकड़ मजबूत कर सकते थे लेकिन कुल मिलाकर हमने कड़ी टक्कर दी। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण किया, हम जोश से भरे थे। हमने अच्छे कैच लपके लेकिन साझेदारी में शायद उतना समय नहीं दे सके जितना हम बल्लेबाजों से उम्मीद कर रहे थे।’
लैंगर ने कहा, ‘पिछले तीन टेस्ट में से दो में ऑस्ट्रेलिया ने जुझारूपन दिखाया जिससे दुबई में हम ड्रॉ करने में सफल रहे जबकि कल करीबी मैच में हारे। हम युवा टीम के साथ सही दिशा में आगे बढ़ रहे है।’ उन्होंने कहा कि पांचवें दिन पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो गई थी और ऑस्ट्रेलिया रिकार्ड लक्ष्य को हासिल करने के करीब था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे पता था समय बढ़ने के साथ इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान होगा। दुर्भाग्य से हम साझेदारी कायम करने में सफल नहीं रहे क्योंकि हम अहम मौकों पर विकेट गंवा रहे थे। अगर चौथे दिन हमने दो या तीन विकेट खोए होते तो आखिरी दिन पूरी तरह से अलग खेल होता लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि भारत ने हमें खेल के हर विभाग में पछाड़ा। मैच में ऐसा एक भी पल नहीं रहा जब हमें लगा हो कि हमारा पलड़ा भारी है। उन्होंने हम से ज्यादा धैर्य दिखाया और शानदार गेंदबाजी की।’
पर्थ के नए स्टेडियम में सिर्फ दो अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए हैं और यह इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच है। इस बात की चर्चा है कि इस पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि यह वाका मैदान की पारंपरिक पिच की तरह होगी। हम लंबे समय से गति और उछाल की बात कर रहे हैं। अगर हमें पिच से ऐसी मदद मिली तो यह शानदार बात होगी।’