इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा- चौथे टेस्ट मैच के लिए अश्विन की अंतिम एकादश में वापसी हो
भारतीय टीम में सिडनी टेस्ट के लिए रोहित की जगह किसकी एंट्री होती है ये देखने वाली बात होगी।
वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम :
भारत ने बॉक्सिंग-डे टेस्ट में सब कुछ ठीक किया। पर्थ में हार के बाद भारत ने शानदार वापसी करते हुए मेलबर्न में जीत दर्ज की। विराट ने महत्वपूर्ण टॉस जीता, लेकिन टॉस सिर्फ मैच का शुरुआती प्वाइंट था। भारत ने जिस शानदार अंदाज में पहले बल्लेबाजी की उससे मैच भारत की पकड़ में आ गया था। गेंदबाजों एक बार दोबारा शानदार काम किया। उन्होंने पिछले वर्ष काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
यह पहली बार नहीं है जब जसप्रीत बुमराह ने अपनी सटीकता से शानदार प्रदर्शन किया। उनका लाल गेंद से अच्छा प्रदर्शन ही 2018 में भारत की जीत की कहानी की वजह रहा है, लेकिन जब उन्होंने इतने विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता, तो यह वन मैन शो था। दूसरे तीनों गेंदबाज इशांत शर्मा, मुहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने बखूबी से अपना फर्ज निभाया। भारतीय गेंदबाजों ने एमसीजी की पिच के धीमे होने का अच्छे से फायदा उठाया। भारतीय बल्लेबाजी खासकर विदेश में चेतेश्वर पुजारा और विराट पर निर्भर करती है। पर्थ में दोनों के बीच हुई 170 रनों की साझेदारी की वजह से ही भारत 443 रनों का स्कोर पहली पारी में खड़ा कर पाया। दो राय नहीं है कि पुजारा और विराट हीरो रहे। लेकिन, मुझे लगता है कि कोई भी तारीफ बड़ी नहीं हो सकती है, जिस तरह से मयंक अग्रवाल ने अपने पदार्पण मुकाबले में बल्लेबाजी की। वह बेहद मजबूत दिखे, आश्वस्त दिखे और ऐसा लगा जैसे घर में खेल रहे हों। वहीं, ओपनर के रूप में हनुमा विहारी सफल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने 66 गेंद में मात्र आठ रन बनाए और अग्रवाल के साथ 40 रन जोड़े, जिससे नई गेंद की चमक खो गई और विराट-पुजारा के लिए आसानी हो गई।
भारत, ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली सीरीज जीतने के लिए बेहद अच्छी जगह पर खड़ा है। भारतीय टीम फाइनल टेस्ट में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी। टिम पेन ने जैसे कहा कि सिडनी में यह देखने लायक होगा कि रोहित शर्मा की जगह कौन खेलता है। मुझे लगता है कि तेज गेंदबाजों के कंधों पर अधिक बोझ है और रविचंद्रन अश्विन की उपस्थिति से स्पिन को मजबूती मिलेगी। अश्विन विदेश में बल्ले से भी अच्छा करते हैं। ऐसा उन्होंने पहले भी करके दिखाया है। मैं उनकी अंतिम एकादश में वापसी के पक्ष में हूं। मैं चाहता हूं कि भारत जीत के साथ सीरीज खत्म करे और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के संग भारत लौटे।