ऑस्ट्रेलिया को वार्नर के मजबूत जोड़ीदार की तलाश
होबार्ट में शानदार जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी लय कायम रखी है।
(गावस्कर का कॉलम)
होबार्ट में शानदार जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी लय कायम रखी है। इससे पहले उन्होंने घरेलू मैदान पर पांच वनडे मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। मौजूदा सीरीज में भी अब सिर्फ एक टेस्ट बचा है और वे स्टीवन स्मिथ की टीम के खिलाफ एक और क्लीन स्वीप करने की कोशिश में होंगे।
ऑस्ट्रेलिया ने सोचा होगा कि डेल स्टेन के कंधे की चोट के चलते बाहर होने से उनके लिए चीजें आसान होंगी। छह महीने के लिए बाहर होने का मतलब यही है कि वह मौजूदा सत्र में नहीं खेल पाएंगे। मगर उनकी जगह लेने वाले काइल एबॉट ने शानदार प्रदर्शन किया। वर्नेन फिलेंडर ने होबार्ट की परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया और उम्दा स्विंग से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया। ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से 100 रन के भीतर ढेर हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ बल्लेबाजी करते हुए बड़ी बढ़त सुनिश्चित की। हालांकि शुरुआत में उन्हें संघर्ष करना पड़ा और उनके पांच विकेट कम स्कोर पर गिर गए थे।
हालांकि क्विंटन डि कॉक के रूप में उन्हें बहुत शानदार विकेटकीपर मिला है। उन्होंने बेहतरीन शॉट से भरपूर शतक लगाया और बुवामा के साथ साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका को जरूरी अतिरिक्त रन दिए। इसी वजह से वे बल्लेबाज के करीब फील्डर लगा सके। डि कॉक और बुवामा एक ही स्कूल में पढ़े हैं, इसलिए वे साथ में बल्लेबाजी करने के आदी हैं। स्थितियों को अच्छे से समझने के साथ-साथ दोनों की विकेट के बीच दौड़ शानदार है।
पिछले सत्र से ऑस्ट्रेलियाई टीम ओपनर डेविड वार्नर के जोड़ीदार को लेकर संघर्ष कर रही है। जब भी वार्नर जल्दी आउट हो जाते हैं, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम मुश्किल में फंस जाती है। पहली पारी में 85 रनों के कुल स्कोर में स्मिथ अकेले ही जूझते रहे। उन्होंने 48 नाबाद रन बनाए, लेकिन यह प्रयास नाकाफी था। स्मिथ ने उस्मान ख्वाजा के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी की, लेकिन अगले दिन ख्वाजा के आउट होने के बाद उनकी पूरी बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। दक्षिण अफ्रीका की जीत के दो सूत्रदार रहे। डि कॉक ने बल्ले से और विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन किया, तो एबॉट ने मैच में नो विकेट हासिल किए। इसलिए इस हफ्ते दोनों को ही संयुक्त रूप से सीएट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द वीक चुना जाता है।