चक दे इंडिया! भारत और इंग्लैंड के बीच फाइनल मुकाबला आज
भारत और इंग्लैंड, इन दोनों टीमों का क्रिकेट इतिहास और मैदान पर प्रतिद्वंद्विता बहुत पुरानी है। 2002 के नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल के बाद यह दो टीमें किसी भी फाइनल में आमने-सामने नहीं आई हैं, इसीलिए चैंपियंस ट्रॉफी के इस आखिरी संस्करण के फाइनल में इन दो टीमों की जंग का रोमांचक और दिलचस्प होना तय है। क्योंकि इसके बाद इस ट्रॉफी को झोली में डालने का मौका दोबारा नहीं मिलने वाला इसलिए, अब नहीं तो कभी नहीं।
बर्मिघम। भारत और इंग्लैंड, इन दोनों टीमों का क्रिकेट इतिहास और मैदान पर प्रतिद्वंद्विता बहुत पुरानी है। 2002 के नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल के बाद यह दो टीमें किसी भी फाइनल में आमने-सामने नहीं आई हैं, इसीलिए चैंपियंस ट्रॉफी के इस आखिरी संस्करण के फाइनल में इन दो टीमों की जंग का रोमांचक और दिलचस्प होना तय है। क्योंकि इसके बाद इस ट्रॉफी को झोली में डालने का मौका दोबारा नहीं मिलने वाला इसलिए, अब नहीं तो कभी नहीं।
महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई में भारत ने अंतिम बार आयोजित हो रही चैंपियंस ट्रॉफी में अपने सभी चारों मैच आसानी से जीतकर फाइनल में प्रवेश किया है। दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम 50 ओवर के प्रारूप में पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के लक्ष्य के साथ उतरेगी। कोलंबो में 2002 में श्रीलंका के साथ चैंपियंस ट्रॉफी का सह विजेता रहा भारत गत विश्व चैंपियन और आइसीसी वनडे रैंकिंग में दुनिया की नंबर एक टीम है। एजबेस्टन में रविवार को टीम की प्रतिष्ठा और आंकड़े अधिक मायने नहीं रखेंगे। यहां कौशल और मानसिक मजबूती की असली जंग होगी। पिछले दो दशक में विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में शिकस्त झेलने वाली इंग्लैंड की टीम भारत के खिलाफ घरेलू हालात का फायदा उठाने की कोशिश करेगी। भारत का फाइनल का सफर जहां आसान रहा वहीं इंग्लैंड ने अहम मैचों में अपने प्रदर्शन में सुधार करके खिताबी मुकाबले में जगह बनाई।
भारत के बल्लेबाज बेहतरीन फॉर्म में हैं। शिखर धवन और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी प्रत्येक मैच के साथ निखर रही है। ये दोनों अच्छी गेंदों को पूरा सम्मान दे रहे है और पहले 10 से 12 ओवर में खराब शॉट खेलने से बच रहे हैं जिसका भारत को फायदा मिला है। धवन ने लगातार दो शतक की मदद से 332 रन बनाए हैं और रोहित के साथ टीम को दो शतकीय और दो अर्धशतकीय साझेदारियां दी हैं। इसका दूसरा पहलू यह भी है कि भारत के मध्यक्रम की अभी असल परीक्षा नहीं हो पाई है लेकिन पांचवें नंबर पर सुरेश रैना और छठे नंबर पर धौनी की मौजूदगी के बीच भारत के पास पर्याप्त अनुभव है। जहां तक गेंदबाजी का सवाल है तो भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और रवींद्र जडेजा ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन ने भी कुछ मौकों पर भारत को अहम सफलताएं दिलाई हैं।
जून का महीना इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा विशेष होता है। टीम चैंपियंस ट्रॉफी के दो मैचों में इंग्लैंड से कभी नहीं हारी है और रविवार को एजबेस्टन में जीत लॉर्ड्स में 25 जून को भारत की पहली विश्वकप खिताबी जीत की 30वीं वर्षगांठ का शानदार तोहफा होगी।
दूसरी तरफ इंग्लैंड का शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन कर रहा है जिसमें तीसरे नंबर पर जोनाथन ट्रॉट की मौजूदगी अहम है। दक्षिण अफ्रीका में जन्मा यह बल्लेबाज मौजूदा टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे नंबर पर है। दायें हाथ का यह बल्लेबाज फाइनल में अपने घरेलू मैदान पर विशेष पारी खेलने के लक्ष्य के साथ उतरेगा। चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल कप्तान एलिस्टेयर कुक के लिए भी विशेष है। वह किसी वैश्विक टूर्नामेंट में पहली बार इंग्लैंड की कप्तानी कर रहे हैं और टीम ऐतिहासिक खिताब से सिर्फ एक जीत दूर है। इंग्लैंड का सबसे मजबूत पक्ष उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण है। जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और स्टीवन फिन की तिकड़ी अनुकूल हालात में शानदार प्रदर्शन कर रही है।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत-महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान), रविचंद्रन अश्विन, शिखर धवन, रवींद्र जडेजा, दिनेश कार्तिक, विराट कोहली, भुवनेश्वर कुमार, अमित मिश्रा, इरफान पठान, सुरेश रैना, इशांत शर्मा, रोहित शर्मा, मुरली विजय, विनय कुमार और उमेश यादव।
इंग्लैंड-एलिस्टेयर कुक (कप्तान), जॉनी बेयरस्टा, रवि बोपारा, स्टुअर्ट ब्रॉड, स्टीवन फिन, जो रूट, जेम्स ट्रेडवेल, क्रिस वोक्स, जेम्स एंडरसन, इयान बेल, टिम ब्रेसनेन, जोस बटलर, इयोन मोर्गन, ग्रीम स्वान और जोनाथन ट्रॉट।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर