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EXCLUSIVE: बल्लेबाजी क्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं देता, धौनी से सीखता हूं : विजय शंकर

World cup 2019 विजय शंकर से विश्व कप में बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 16 May 2019 08:29 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 06:02 AM (IST)
EXCLUSIVE: बल्लेबाजी क्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं देता, धौनी से सीखता हूं : विजय शंकर

World cup 2019 30 मई से इंग्लैंड व वेल्स में शुरू होने वाले क्रिकेट विश्व कप में टीम इंडिया (Team India) की ओर से देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे ऑलराउंडर विजय शंकर (Vijay Shankar) का आइपीएल में प्रदर्शन साधारण रहा लेकिन विश्व कप में उनसे बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। भारतीय चयनकर्ताओं ने अंबाती रायुडू की जगह उनको वरीयता दी है। ऐसे में यह माना जाने लगा कि टीम इंडिया जिस चौथे क्रम के खिलाड़ी की खोज कर रही थी वह विजय शंकर पर जाकर पूरी हो गई। हालांकि भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री के बयान के बाद यह तय नहीं है कि विजय शंकर चौथे नंबर पर ही बल्लेबाजी करेंगे क्योंकि शास्त्री कह चुके हैं कि उनके पास काफी विकल्प हैं। विजय खुद बल्लेबाजी क्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहते हैं और कह रहे हैं कि उनके लिए यह सिर्फ एक नंबर है। उन्हें जिस भी नंबर पर उतारा जाएगा वह बेहतर करने की कोशिश करेंगे। विश्व कप की तैयारियों और भारतीय टीम की संभावनाओं को लेकर अभिषेक त्रिपाठी ने विजय शंकर से विशेष बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :

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-आप पहली बार विश्व कप खेलने जा रहे हैं। क्या आपने कभी सोचा था कि इतने बड़े टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे ?

-मैं एक ऐसा इंसान हूं जो इन चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं अपनी कार्यक्षमता पर विश्वास रखता हूं। मैं खुद को तैयार रखने पर ज्यादा ध्यान देता हूं और मैंने यही किया जिसकी वजह से मैं विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया हूं। विश्व कप खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है और मैं खुशनसीब हूं कि मुझे भी वह मौका मिला है। मैं खुद पर काम करना जारी रखूंगा और विश्व कप में अच्छी तैयारियों के साथ जाऊंगा।

-अब तक भारत ने जितने भी विश्व कप जीते हैं उसमें ऑलराउंडर की भूमिका बेहद खास रही है। एक ऑलराउंडर के तौर पर आप किस सोच के साथ विश्व कप में जा रहे हैं?

-देश के लिए खेलना बहुत बड़ी बात होती है। इस दिन के लिए मैंने हमेशा कड़ी मेहनत की, जमकर अभ्यास किया ताकि मैं अपना 100 फीसद दे सकूं। यही वजह है कि मैं आज यहां खड़ा हूं। अभी भी इन सभी चीजों पर मेरा ध्यान है। मैदान पर जाकर अच्छा महसूस करना अहम है ताकि हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकें। मैं हमेशा खुद को विषम परिस्थितियों के लिए अच्छे से तैयार करने की कोशिश करता हूं ताकि जब मैं मैदान पर उतरूं तो विषम परिस्थितियों में मेरा दिमाग काम करना ना बंद करे।

-विश्व कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम के बारे में आप क्या सोचते हैं? आखिर यह टीम कहां तक जाएगी ?

-अभी यह कहना बहुत मुश्किल है कि टीम कहां तक जाएगी। हमारा ध्यान सिर्फ अच्छा प्रदर्शन कर आगे बढ़ने पर होगा। भारतीय टीम ने पिछले कुछ वर्षो में बेहद अच्छा खेल दिखाया है। ऐसे में टीम इंडिया से लोगों की अपेक्षाएं बहुत ज्यादा होंगी। यह हमारे लिए बहुत अहम है कि हम मौकों का फायदा उठाएं। एक क्रिकेटर के तौर पर मुझे यही लगता है कि केवल एक ही चीज स्थिर है और वह है हमेशा सीखने और आगे बढ़ने की ललक। इसके अलावा जो भी चीजें हैं वह बदलती रहती हैं। अगर आप अपने काम पर ध्यान देंगे तो आप से चूक की गुंजाइश ना के बराबर होगी।

-टीम इंडिया के चौथे नंबर के लिए बल्लेबाज की खोज पिछले दो साल से चल रही थी लेकिन अब माना जा रहा है कि आप उस क्रम पर खेलेंगे। आपके लिए यह कितना अहम है ?

-देश के लिए खेलना किसी भी क्रिकेटर के लिए सबसे बड़ी बात होती है। बल्लेबाजी क्रम सिर्फ एक नंबर होता है। हमारे लिए यह अहम नहीं है कि हम किस नंबर पर खेल रहे हैं बल्कि हमारे लिए यह अहम है कि हम किस परिस्थिति में खेल रहे हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ जब मैं एक मुकाबले में बल्लेबाजी करने उतरा तब भारत 18 रनों पर चार विकेट खो चुका था। तब मुझे जल्दी बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा इसलिए यह अहम है कि परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार रखा जाए।

-विराट की कप्तानी और धौनी के रहने से टीम पर कितना फर्क पड़ता है ?

-निश्चित तौर पर बड़ा फर्क पड़ता है। विराट एक आक्रामक खिलाड़ी हैं जबकि धौनी भाई बहुत शांत किस्म के इंसान हैं जो चीजों को नियंत्रित करते हैं। धौनी भाई ने बहुत सारे मुकाबले अपने दम पर जिताए हैं और मैं एक बल्लेबाज के तौर पर उनसे बहुत कुछ सीखने की कोशिश करता हूं। साथ ही विराट से भी सीखने की कोशिश करता हूं क्योंकि वह ना सिर्फ भारतीय टीम के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं बल्कि दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में से भी एक हैं।

-विश्व कप में भारतीय टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। ऐसे में वे कौन सी टीमें हैं जिससे उसे कड़ी चुनौती मिलेगी ?

-दूसरी टीमों के बारे में सोचने के बजाय हम अपने बारे में सोचते हैं कि हम क्या कर सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि हमें एक क्रिकेटर के तौर पर विरोधी टीमों के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत है। हमारे पास क्या है यह ज्यादा जरूरी है।

-क्या भारतीय खिलाडि़यों पर आइपीएल की थकान का असर पड़ेगा?

-यह खेल का हिस्सा है। जीतने के लिए लगातार मैच खेलते रहना जरूरी होता है। जब हम वहां जाएंगे तो हम अपने खेल के शीर्ष पर होंगे। विरोधी टीम को ऑलआउट करना हमारे लिए सबसे अहम बात होगी।

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