एक अंग्रेज खिलाड़ी की 12 करोड़ की कमाई से क्यों खफा है दूसरा अंग्रेज खिलाड़ी?
केविन पीटरसन अपने ही देश के तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को आइपीएल -10 की नीलामी में मिले 12 करोड़ रुपयों से नाराज नजर आ रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंग्लैंड के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन अपने ही देश के तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को आइपीएल -10 की नीलामी में मिले 12 करोड़ रुपयों से नाराज से नजर आ रहे हैं। इन दिनों कॉमेंटेटर की भूमिका निभा रहे पीटरसन ने मिल्स को इतनी बड़ी रकम मिलने पर कहा है कि 'यह टेस्ट क्रिकेट के मुंह पर तमाचा है'।
मिल्स के अलावा इस साल इंग्लैंड के ही बेन स्टोक्स को 14.5 करोड़ रुपए में पुणे सुपरजाएंट्स ने खरीदा है। मिल्स के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 12 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इससे पहले भी इंग्लैंड के खिलाड़ी आइपीएल में पसंदीदा ऑप्शन रहे हैं। खुद केविन पीटरसन को भी 2014 के आइपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 9 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि में खरीदा था। तो ऐसा क्या हुआ कि मिल्स को मिल रही रकम से पीटरसन नाराज हो गए?
इन सवालों के जवाब पीटरसन के ही आगे के ट्वीट्स में मिल जाते हैं। पीटरसन ने इस बारे में पहला ट्वीट किया कि कल टेस्ट क्रिकेट के चेहरे पर एक और तमाचा पड़ा। एक टी 20 विशेषज्ञ इंग्लैंड की टीम के सबसे अमीर खिलाड़ियों में से एक हो गया है।
Another SLAP in Test crickets face yesterday! A T20 specialist becomes one of the current England team's richest players!
— KP (@KP24) February 21, 2017
लोगों द्वारा पीटरसन के इस ट्वीट का विरोध शुरू होने पर उन्होंने कहा कि उनका बयान किसी के खिलाफ नहीं था, बल्कि वह यह कहना चाहते थे कि टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है। लंबे छक्के मारने के माहिर रहे पीटरसन ने कहा, 'मैं इस सबके लिए खिलाड़ियों को दोषी नहीं ठहरा रहा हूं। मुझे यह देखकर अच्छा लग रहा है कि टी 20 क्रिकेट कितना तेजी से ऊपर उठ रहा है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पैसों के आगे टेस्ट क्रिकेट काफी पीछे होता जा रहा है। आइसीसी को इसपर जल्द से जल्द से ध्यान देने की जरूरत है।'
I don't blame him at all! I ❤how T20 is growing the game! I'm just saying that Tests are falling way behind atm! ICC needs to act & quick! https://t.co/i54RepJSAQ
— KP (@KP24) February 21, 2017
उन्होंने आगे कहा कि इंग्लैंड का कोई युवा क्रिकेटर इसलिए क्रिकेट खेलना नहीं सीखता है कि वह एक दिन आइपीएल में करोड़ों रुपए कमाएगा, बल्कि उसका सपना लॉर्ड्स में शतक जमाने का होता है। पीटरसन का तर्क था कि आइपीएल में करोड़ों रुपए मिलने से टेस्ट क्रिकेट को नुकसान हो रहा है। एक ट्विटर यूजर से बहस के दौरान पीटरसन ने कहा कि आपकी आंखों के सामने टेस्ट क्रिकेट मर रहा है और आप इसे स्वीकार भी नहीं करना चाहते हैं।
पीटरसन ने मिल्स का बचाव करते हुए कहा कि वह टी 20 के शानदार खिलाड़ी हैं और उन्हें तो चार साल पहले ही इंग्लैंड की टीम में खिलाया जाना चाहिए था।
It's not crazy! Mills is a wonderful bowler in T20! He deserves it! Should have been playing for Eng 4yrs ago! https://t.co/ItTTESZpMP
— KP (@KP24) February 21, 2017
आपको बता दें कि मिल्स को चार साल पहले इंग्लैंड टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नेट प्रैक्टिस के लिए बुलाया था, ताकि इंग्लैंड के खिलाड़ी मिशेल जॉनसन की तेजी का सामना करने की प्रैक्टिस कर सकें।
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मिल्स बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं और आसानी से लगातार 145 किमी प्रति घंटे की गति से गेंद फेंकने के लिए जाने जाते हैं। युवा मिल्स ने आज तक केवल चार अंतरराष्ट्रीय टी 20 मैच खेले हैं और उसमें उनके नाम तीन विकेट हैं।
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