आखिरी क्षणों में हुई सहवाग की एंट्री, अब टीम इंडिया में होगा घमासान?
माना जा रहा है कि अंतिम क्षणों में आवेदन से पहले सहवाग ने यह मालूम होने के बाद कि अन्य कौन लोग उनके साथ होड़ में हैं कुंबले से भी बात की।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। वीरेंद्र सहवाग को आतिशी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार उन्होंने बहुत शांति और धैर्य के साथ आखिरी क्षणों में भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन भर दिया। बीसीसीआइ सूत्रों के मुताबिक उन्होंने आवेदन की आखिरी तारीख 31 मई को रात 12 बजे के कुछ मिनट पहले ही इस पद के लिए खुद का नाम भेजा।
सहवाग ने एक टीवी कार्यक्रम में कोच की रेस में शामिल होने की पुष्टि भी की। सूत्रों का कहना है कि जब तक सहवाग को यह नहीं कहा गया होगा कि आपका चुना जाना तय है तब तक उन्होंने आवेदन नहीं किया होगा। मालूम हो कि बार-बार खिलाड़ियों और कोच की तनख्वाह बढ़ाने के लिए वर्तमान कोच अनिल कुंबले का कहना बोर्ड के अधिकारियों के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) को भी नागवार गुजरा। इसी के बाद बोर्ड के एक अधिकारी द्वारा कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच तकरार की खबरों को लीक किया गया। इसके बाद बिल्कुल आखिर में सहवाग को कोच पद के लिए आवेदन करने के लिए तैयार किया गया।
आपको बता दें कि सहवाग अपने क्रिकेट करियर के अंतिम समय में दिल्ली को छोड़कर हरियाणा से रणजी खेलने गए थे। हरियाणा क्रिकेट संघ पर अपना एकाधिकार रखने वाले अनिरुद्ध चौधरी इस समय बीसीसीआइ के कोषाध्यक्ष हैं। माना जा रहा है कि अंतिम क्षणों में आवेदन से पहले सहवाग ने यह मालूम होने के बाद कि अन्य कौन लोग उनके साथ होड़ में हैं कुंबले से भी बात की। कुंबले की ओर से दोबारा कोच न बनने की अनिच्छा के बाद ही वह मैदान में कूदे हैं।
सहवाग तो हैं और तीखे
जहां कोहली और कुंबले के बीच तकरार की खबरें सामने आ रही हैं वहीं सहवाग के कोच पद के लिए आवेदन करने से पहले ही सवाल खड़े होने लगे हैं। बोर्ड के एक दिग्गज ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सहवाग कोच पद के लिए मुफीद होंगे। वह और कोहली दोनों ही तेज तर्रार हैं। वहीं कुंबले अपेक्षाकृत सॉफ्ट हैं।
चार और लोगों ने किया आवेदन
टीम इंडिया के लिए मुख्य कोच का चुनाव चैंपियंस ट्रॉफी के बाद और भारत के वेस्टइंडीज दौरे से पहले होना है। इसके लिए सहवाग के अलावा भी चार लोगों ने आवेदन किया है। इसमें पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी टॉम मूडी, भारत के पूर्व कोच लालचंद राजपूत, पूर्व तेज गेंदबाज डोडा गणोश, बांग्लादेश व पाकिस्तान के पूर्व कोच रिचर्ड पाइबस शामिल हैं। वर्तमान कोच होने के नाते कुंबले का आवेदन स्वत: माना जाएगा। मूडी जहां श्रीलंका के कोच रहे हैं और वर्तमान में आइपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़े हुए हैं। सनराइजर्स के मेंटर वीवीएस लक्ष्मण कोच चुनने वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति में हैं। इंग्लैंड में पैदा हुए पाइबस फिलहाल वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के निदेशक हैं।
खुद ही इस्तीफा न दे दें कुंबले
कुंबले के कोच रहते हुए भारत ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन क्रिकेट प्रशासन में उनका जरूरत से ज्यादा दखल देना बीसीसीआइ अधिकारियों को पसंद नहीं आया। जब उन्हें पता चला कि कुछ मुद्दों पर कुंबले व विराट के बीच भी मतभेद हैं तो उन्होंने इसे मीडिया के जरिये उछाल दिया। इसके बाद कुंबले इसे अपनी बेइज्जती की तरह ले रहे हैं। उनके एक करीबी ने कहा कि हो सकता है कि कुंबले कोच पद के लिए होने वाले इंटरव्यू में शामिल ही न हों या खुद ही अपने आप को रेस से अलग होने की घोषणा कर दें। इतना बड़ा खिलाड़ी अपनी बेइज्जती होने के बाद भी कैसे चुप रह सकता है।
कैसे होगा कोच का चयन
25 मई को इस पद के लिए आवेदन मांगे गए थे। 31 मई तक इसके लिए आवेदन करना था। पद के लिए इच्छुक उम्मीदवारों का सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति साक्षात्कार लेगी। सलाहकार समिति चैंपियंस ट्रॉफी के भारत-पाकिस्तान मैच के बाद ही अगले कोच के लिए आए आवेदनों पर विचार करेगी। सलाहकार समिति के सदस्य, वर्तमान कोच कुंबले और नए आवेदक सहवाग अलग-अलग कार्यो से कारण इंग्लैंड में ही हैं। बीसीसीआइ और सीओए के भी मुख्य लोग इंग्लैंड में ही पहुंच जाएंगे।
कुंबले का रिकॉर्ड
कुंबले के कोच रहते टीम इंडिया ने लगातार पांच टेस्ट सीरीज जीती और नंबर एक टीम का रुतबा हासिल किया। कुंबले के कोच रहते भारत ने घरेलू सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 13 में से दस टेस्ट जीते, दो ड्रॉ खेले और सिर्फ एक गंवाया। इसके अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज भी जीती। इस दौरान वनडे और टी-20 में भी भारत का प्रदर्शन उम्दा रहा है।