विराट ने पास किया अपनी कप्तानी का सबसे बड़ा टेस्ट, दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जीती 2 सीरीज
टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका में पहली बार कुल 12 मैचों में आठ मुकाबले जीतकर दो सीरीज अपने नाम करने में सफल रही।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। 2015 के आखिर में भारत की टेस्ट टीम के और उसके बाद सीमित ओवरों की क्रिकेट टीम के कप्तान बने विराट कोहली जब लगभग दो साल के बाद सात सप्ताह और 12 मैचों के लंबे दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर जा रहे थे तो सबको लग रहा था कि ये टीम अफ्रीकी महाद्वीप में कमाल दिखाएगी लेकिन केपटाउन में पहला टेस्ट हारने के बाद से ही उस पर सवाल उठने लगे। सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट हारने के बाद तो विराट कठघरे में थे और इसके बाद पत्रकारों से भिड़ंत ने उन्हें और खराब तरह से पेश किया लेकिन इसके बाद टीम इंडिया ने एक टेस्ट, पांच वनडे और दो टी-20 जीतकर इतिहास रच दिया। टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका में पहली बार कुल 12 मैचों में आठ मुकाबले जीतकर दो सीरीज अपने नाम करने में सफल रही। निश्चित तौर पर कप्तान विराट ने अच्छी वापसी करते हुए अपने सबसे कठिन टेस्ट को पास कर लिया।
अभी दो टेस्ट बाकी
भारतीय टीम को हमेशा से देश में अच्छा और विदेश में खराब प्रदर्शन करने वाली टीम के तौर पर जाना जाता रहा है लेकिन विराट के नेतृत्व में टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे इस टीम से अब ज्यादा उम्मीदें लगाई जाने लगी हैं। भारत को इस साल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दो बड़े विदेशी दौरे करने हैं। ये दोनों टेस्ट पास करके विराट महान भारतीय कप्तानों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। भारतीय टीम इस साल जुलाई में इंग्लैंड और नवंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी। भारत को इंग्लैंड में पांच टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 खेलने हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया में मेजबानों से चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 की सीरीज में भिड़ना है।
कामयाबी की वजह गेंदबाज
विदेश में भारतीय टीम का प्रदर्शन हमेशा से निराशाजनक इसलिए रहता था क्योंकि हमारे तेज गेंदबाज वहां ज्यादा कुछ कर नहीं पाते थे जबकि स्पिनरों के मुफीद पिच नहीं मिलती थी लेकिन इस बार भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मुहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाजों के अलावा कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल ने अलग-अलग मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया। ऐसा पहली बार हुआ जब भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती तीन टेस्ट में 60 के 60 विकेट लिए।
टेस्ट सीरीज में तेज गेंदबाजों शमी (तीन मैचों में 15 विकेट), बुमराह (तीन मैचों में 14 विकेट), भुवी (दो मैचों में 10 विकेट) और इशांत (दो मैचों में आठ विकेट) ने 60 में से 47 विकेट चटकाए। इस दौरे में पहली बार टेस्ट खेलने वाले बुमराह ने तो ऐसा प्रदर्शन किया जैसे उन्हें 50-60 टेस्ट का अनुभव हो वहीं भुवी सदाबहार रहे। भुवी ने इस सीरीज से अपने आपको एक नए ऑलराउंडर के तौर पर स्थापित कर लिया है। जहां टेस्ट में तेज गेंदबाजों ने जलवा दिखाया तो वहीं वनडे सीरीज में कलाई के दो युवा स्पिनरों कुलदीप और चहल ने 33 विकेट लेकर यह बता दिया कि वे किसी भी पिच पर विकेट ले सकते हैं। पांड्या ने दोनों ही सीरीज में पांचवें गेंदबाज की कमी खलने नहीं दी।
सबसे बड़ा विराट
इस दौरे की सबसे बड़ी खासियत भारतीय कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी रही। उन्होंने इस दौरे में 871 रन बनाए जो किसी भी भारतीय के एक दौरे पर सबसे ज्यादा रन हैं। उन्होंने 14 पारियों में चार शतक लगाए। कोहली के अलावा अन्य बल्लेबाजों ने जरूर निराश किया। भारतीय कप्तान ने टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक 286 रन बनाए जो दूसरे स्थान पर रहे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एबी डिविलियर्स (211) से 75 रन अधिक थे। वह वनडे में और खतरनाक हो गए और अकेले दम टीम को सीरीज दिला दी। उन्होंने वनडे में 558 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीकी आक्रमण उनके आगे नतमस्तक नजर आया। हालांकि रहाणे को शुरुआती दो टेस्ट में नहीं खिलाने और रोहित शर्मा पर विशेष प्यार लुटाने पर उनकी कप्तानी की आलोचना हुई लेकिन वह डिगे नहीं।
अगले साल होना है विश्व कप
टीम इंडिया को अगले साल इंग्लैंड में होने वाले टी-20 विश्व कप में भी अच्छा प्रदर्शन करना है और इसके लिए भी अधिकतर सदस्य फाइनल हैं। महेंद्र सिंह धौनी 2019 विश्व कप तक टीम का हिस्सा रहेंगे जबकि वनडे टीम में शिखर धवन, रोहित और कोहली पहले तीन स्थान के लिए पहली पसंद हैं। भारत को चौथे और पांचवें नंबर के लिए ऐसे बल्लेबाज तलाश करने हैं जो निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर सकें। टी-20 में वापसी करने वाले सुरेश रैना भी इस स्थान की ओर देख रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका में भारत का प्रदर्शन
सीरीज, कुल मैच, रिजल्ट
टेस्ट, 03, 1-2
वनडे, 06, 5-1
टी-20, 03, 2-1
भारत का इस साल इंग्लैंड दौरा
मैच, जगह, तारीख
पहला टी-20, मैनचेस्टर, 3 जुलाई
दूसरा टी-20, कार्डिफ, 6 जुलाई
तीसरा टी-20, ब्रिस्टल, 8 जुलाई
पहला वनडे, नॉटिंघम, 12 जुलाई
दूसरा वनडे, लंदन, 14 जुलाई
तीसरा वनडे, लीड्स, 17 जुलाई
पहला टेस्ट, बर्मिघम, 1-5 अगस्त
दूसरा टेस्ट, लंदन, 9-13 अगस्त
तीसरा टेस्ट, नॉटिंघम 18-22 अगस्त
चौथा टेस्ट, साउथैंटन 30 अगस्त-3 सितंबर
पांचवां टेस्ट, लंदन, 7-11 सितंबर