Move to Jagran APP

19 मार्च 1982 को पहली बार क्रिकेट के मैदान पर एक भाई के खिलाफ खेले थे दो भाई

Frank Hearne from South Africa and Alec Hearne and George Gibson Hearne from England.

By Sanjay SavernEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 08:09 PM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 11:59 PM (IST)
19 मार्च 1982 को पहली बार क्रिकेट के मैदान पर एक भाई के खिलाफ खेले थे दो भाई
19 मार्च 1982 को पहली बार क्रिकेट के मैदान पर एक भाई के खिलाफ खेले थे दो भाई

नई दिल्ली, जेएनएन। क्रिकेट का इतिहास अपने पिटारे में कई दिलचस्प किस्से और कहानियों को समेटे हुए है। इन दिलचस्प किस्सों में से एक है क्रिकेट में पारिवारिक प्रतिनिधित्व। हालांकि, क्रिकेट में पारिवारिक प्रतिनिधित्व की कई मिसालें मौजूद हैं। पिता-पुत्र, भाई-भाई, जीजा-साले, चचेरे व मौसेरे भाई आदि के रूप में कई रिश्ते क्रिकेट के मैदान पर भी लोगों के आकर्षण की वजह बने हैं। तीन भाइयों के भी एक साथ खेलने की मिसाल मौजूद हैं। पर क्या कभी ऐसा हुआ है कि तीन भाई एक ही टेस्ट में खेले हों और उनमें से एक भाई एक टीम का सदस्य हो और दो भाई दूसरी टीम से खेल रहे हों। जी हां, ऐसा हुआ है। यह घटना एक सदी से भी पुरानी है, लेकिन है दिलचस्प।

loksabha election banner

दो भाइयों ने किया पदार्पण : बात 19 मार्च 1892 की है। केपटाउन में मेजबान दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला गया। इस टेस्ट मैच में तीन हर्ने भाई खेले रहे थे, फ्रैंक हर्ने दक्षिण अफ्रीका की ओर से और एलेक हर्ने व जॉर्ज गिब्सन हर्ने इंग्लैंड की ओर से। एलेक और जॉर्ज गिब्सन का तो यह पदार्पण टेस्ट था, जबकि फ्रैंक पहली बार दक्षिण अफ्रीका की ओर से खेल रहे थे, लेकिन वह करीब तीन साल पहले इंग्लैंड की ओर से टेस्ट पदार्पण कर चुके थे।

इस तरह 19 मार्च 1892 के दिन एक इतिहास बना और पहली बार टेस्ट क्रिकेट में ऐसा हुआ कि एक भाई के खिलाफ उसके दो भाई खेले। हालांकि, इन तीनों भाइयों का टेस्ट करियर बेहद छोटा रहा। फ्रैंक ने इंग्लैंड व दक्षिण की ओर से कुल मिलाकर सात साल में छह टेस्ट मैच खेले, जबकि एलेक व जॉर्ज गिब्सन को इसके बाद कभी टेस्ट खेलने का मौका मिला ही नहीं।

चचेरा भाई भी साथ खेला : दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच इस टेस्ट में एक और ऐसे खिलाड़ी ने इंग्लैंड की ओर से पदार्पण किया था जो हर्ने परिवार का सदस्य था। इस खिलाड़ी का नाम था जैक हर्ने और वह फ्रैंक, एलेक व जॉर्ज गिब्सन के चचेरे भाई थे। इस तरह से इस टेस्ट में चार चचेरे भाई या कहें कि एक ही परिवार के चार सदस्य खेले थे। इत्तेफाक से इन चारों हर्ने भाइयों में सबसे लंबा टेस्ट करियर जैक का रहा। उन्होंने सात साल के अपने टेस्ट करियर में कुल 12 टेस्ट मैच खेले।

हर्ने परिवार का क्रिकेट से नाता : हर्ने परिवार की तीन पीढि़यों के कुल 13 सदस्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले, जबकि कुल छह सदस्य टेस्ट क्रिकेट खेले। फ्रैंक, एलेक, जॉर्ज गिब्सन और जैक के अलावा इन चारों के एक अन्य चचेरे भाई जॉन विलियम हर्ने भी इंग्लैंड के लिए करीब 15 साल के अपने करियर में 24 टेस्ट मैच खेले। टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले हर्ने परिवार के छठे व अंतिम सदस्य फ्रैंक के बेटे जॉर्ज एल्फ्रेड लॉरेंस हर्ने ने भी दक्षिण अफ्रीका के लिए तीन टेस्ट मैच खेले।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.