गांगुली की पसंद वीरू पर भारी पड़ी एक रिपोर्ट और ऐसे खुला शास्त्री का रास्ता
विराट और अनिल कुंबले के बीच तकरार के बाद पूर्व लेग स्पिनर ने मुख्य कोच से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शास्त्री दोबारा इस पद की दौड़ में शामिल हो गए थे।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। बीसीसीआइ सीईओ राहुल जौहरी की रिपोर्ट सौरव गांगुली की आपत्तियों पर भारी पड़ी और पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को पछाड़ते हुए टीम इंडिया के मुख्य कोच बन गए।
क्रिकेट सलाहकार समिति ने इसके साथ ही जहीर खान को गेंदबाजी सलाहकार, जबकि भारत 'ए' और अंडर-19 के कोच राहुल द्रविड़ को राष्ट्रीय टीम का बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया है। इनकी नियुक्ति इंग्लैंड और वेल्स में वर्ष 2019 में होने वाले विश्व कप तक के लिए की गई है। बल्लेबाजी कोच संजय बांगर सहित बाकी सहयोगी स्टाफ पहले की तरह बना रहेगा।
सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली सीएसी ने सोमवार को शास्त्री, सहवाग, रिचर्ड पाइबस, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत का साक्षात्कार लिया था, जिसमें लक्ष्मण व गांगुली वीरू जबकि सचिन तेंदुलकर शास्त्री के पक्ष में थे। भारतीय कप्तान विराट कोहली और बीसीसीआइ के कुछ पदाधिकारी भी शास्त्री के समर्थन में थे। लेकिन दादा को नरम करने में सबसे बड़ा योगदान सीईओ राहुल जौहरी की वेस्टइंडीज दौरे की रिपोर्ट ने किया।
सीईओ वेस्टइंडीज में सीरीज के दौरान विराट और बाकी टीम से मिले थे। वहां सभी ने शास्त्री को कोच बनाने की राय दी। गांगुली ने फिर भी सोमवार को निर्णय नहीं लेकर इसे आगे टालने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने सीएसी को जल्द फैसला लेने के लिए कहा। मंगलवार की रात बीसीसीआइ ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी। शास्त्री का यह टीम इंडिया के साथ तीसरा कार्यकाल होगा। इससे पहले 2014 से 2016 तक वह टीम निदेशक रहे, जबकि 2007 में बांग्लादेश दौरे पर भारतीय टीम के क्रिकेट मैनेजर रहे।
विराट और अनिल कुंबले के बीच तकरार के बाद पूर्व लेग स्पिनर ने मुख्य कोच से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शास्त्री दोबारा इस पद की दौड़ में शामिल हो गए थे। बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा, 'सचिन, गांगुली और लक्ष्मण ने बहुत अच्छा काम किया है। हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय टीम शास्त्री, जहीर और द्रविड़ के मार्गदर्शन में बेहतर प्रदर्शन करेगी।'