चैंपियंस ट्रॉफी हिस्ट्री: भारत ने धौनी की कप्तानी में जीता मिनी वर्ल्ड कप का खिताब
भारत ने पहली बार अकेले अपने दम पर आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता...
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत 2011 के विश्व कप विजेता के रूप में टूर्नामेंट खेलने पहुंचा था, इसलिए उसका दावा काफी मजबूत माना जा रहा था। वहीं, इंग्लैंड को भी अपने मैदान पर किसी चुनौती से कम नहीं आंका जा रहा था, जबकि ऑस्ट्रेलिया खिताबी हैट्रिक पूरी करने के इरादे से पहुंचा था। भारत ने टूर्नामेंट में अपने ग्रुप के मुकाबलों से शानदार प्रदर्शन किया, जिसे बाद में फाइनल तक जारी रखा। भारत ग्रुप 'बी' में दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के रहते शीर्ष पर रहा था। आखिरकार 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से विजेता बनने के बाद भारतीय टीम इस बार अकेले ही ट्रॉफी पर कब्जा जमाने में सफल हुई। महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई वाली टीम ने फाइनल मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड को पांच रन से हराकर खिताब अपने नाम किया।
भारतीय टीम ने जीते अपने ग्रुप के सभी मुकाबले
दक्षिण अफ्रीका
भारत ने अपने पहले ग्रुप मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 26 रनों से हराया था। भारत ने शिखर धवन (114) के दम पर सात विकेट पर 317 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका को 305 रनों पर समेटकर मैच अपने नाम किया।
वेस्टइंडीज
अपने दूसरे ग्रुप मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को नौ विकेट पर 233 रनों पर रोक दिया। जवाब में भारत ने फिर शिखर धवन (102*) की शतकीय पारी के दम पर 39.1 ओवर में 236 का स्कोर कर मैच जीत लिया।
पाकिस्तान
भारत ने पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर आठ विकेट से हराया। भारत ने पाक को 39.4 ओवर में 165 रनों पर ढेर कर दिया। जवाब में भारत 19.1 ओवर में दो विकेट पर 102 का स्कोर कर मैच जीत लिया। बारिश के कारण मैच 40 ओवर हुआ और फिर से बारिश के कारण भारत को 22 ओवर में 102 रनों का लक्ष्य मिला था।
फाइनल में बारिश का असर
इंग्लैंड अपना पहला आइसीसी वनडे टूर्नामेंट जीतने से एक जीत दूर था, जबकि भारत को पूर्ण रूप से विजेता बनाना था। लेकिन, इन दोनों के बीच फाइनल मैच में बारिश ने अपना खलल डाल दिया। हालांकि, अंपायरों ने यह मैच 50 ओवर की जगह 20-20 ओवर का कराने का फैसला लिया, जिसके बाद भारत यह मैच आसानी से जीतकर चैंपियन बन गया।
जब इंग्लैंड टीम पर लगे गेंद से छेड़छाड़ के आरोप
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान बॉब विलिस ने श्रीलंका के खिलाफ ग्रुप 'ए' के मुकाबले के दौरान रिवर्स स्विंग की मदद के लिए गेंद के साथ छेड़छाड़ का आरोप एक इंग्लिश क्रिकेटर पर लगाया था। अंपायर अलीम डार ने श्रीलंका की पारी के बीच में गेंद को बदल दिया था, लेकिन इंग्लैंड के कोच एशले जाइल्स ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि डार ने गेंद को बदल दिया क्योंकि वह आकार से बाहर हो गई थी।
पहला सेमीफाइनल: इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका: 175/10 (38.4 ओवर)
इंग्लैंड: 179/3 (37.3 ओवर)
परिणाम: इंग्लैंड सात विकेट से विजयी
मैन ऑफ द मैच: जेम्स ट्रेडवेल (3/19, इंग्लैंड)
दूसरा सेमीफाइनल: भारत बनाम श्रीलंका
श्रीलंका: 181/8 (50 ओवर)
भारत: 182/2 (35 ओवर)
परिणाम: भारत आठ विकेट से विजयी
मैन ऑफ द मैच: इशांत शर्मा (3/33, भारत)
फाइनल: इंग्लैंड बनाम भारत
भारत: 129/7 (20 ओवर)
इंग्लैंड: 124/8 (20 ओवर)
परिणाम: भारत पांच रन से जीता
मैन ऑफ द मैच: रवींद्र जडेजा (33* रन, 2/24, भारत)
खास आंकड़े
06 से 23 जून 2013 तक इंग्लैंड में खेला गया टूर्नामेंट
08 टीमें खेलीं कुल इस बार
15 मैच हुए कुल।
363 रन (सर्वाधिक) रहे भारत के शिखर धवन के नाम।
12 विकेट (सर्वाधिक) लिए भारत के ही रवींद्र जडेजा ने।
134 नाबाद निजी स्कोर (सर्वाधिक) रहा श्रीलंका के कुमार संगकारा के नाम पर।
5/36 रहा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का आंकड़ा जो भारत के रवींद्र जडेजा ने की।