इतनी जल्दबाजी भी ठीक नहीं थी, थोड़ा सा इंतजार तो कर लेते रैना
सुरेश रैना ने जल्दबाजी में अपना विकेट गवां दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट फैंस सुरेश रैना को एक बार फिर से नीली जर्सी में देखना चाहते थे और सबकी मुराद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में पूरी भी हुई। प्रोटीज के खिलाफ पहले टी20 मैच में रैना को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया लेकिन उन्होंने जल्दबाजी में अपना विकेट गवां कर सबको मायूस कर दिया।
किस बात की जल्दबाजी थी रैना को
पहले टी20 मैच में भारतीय टीम का पहला विकेट रोहित शर्मा के तौर पर तब गिरा जब टीम का स्कोर 23 रन था। तीसरे नंबर पर कप्तान विराट बल्लेबाजी करने आते हैं लेकिन उन्होंने सुरेश रैना को भेजा ताकि उन्हें एक बड़ी पारी खेलने का मौका मिल सके। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप के खतरनाक बल्लेबाजों में से एक रैना पर कप्तान विराट को विश्वास था कि वो एक अच्छा स्कोर बनाने में कामयाब रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। रैना ने आते ही तूफानी तरीके से बल्लेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने ताबड़तोड़ चौके और छक्के लगाने शुरू कर दिए। हालांकि उनके पास पर्याप्त समय था जिसमें वो टीम के लिए और खुद के लिए भी एक बड़ा स्कोर खड़ा कर सकते थे लेकिन रन बनाने की जल्दबाजी में उन्होंने अपना विकेट गवां दिया। रैना ने छोटी लेकिन काफी प्रभावित करने वाली पारी खेली लेकिन एक बात समझ नहीं आई कि उन्हें जल्दबाजी किस बात की थी।
रैना ने 7 गेंदों पर बनाए 15 रन
रैना ने मैदान पर आते ही दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की पिटाई शुरू कर दी। उनकी 15 रन की पारी के दौरान एक बार उनका कैच भी छूटा लेकिन दूसरी बार उन्हें डाला ने अपनी ही गेंद पर कैच लेकर आउट कर दिया। रैना ने 2 चौके और एक छक्के की मदद से 15 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 214.28 का रहा। रैन जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे उससे साफ नजर आ रहा था कि वो लय में हैं और भारत के लिए एक बड़ी पारी खेल सकते हैं लेकिन ताबड़तोड़ शॉट खेलने की लालच में वो अपना विकेट जल्द ही गवां बैठे।
एक साल के बाद टीम में मिला मौका
रैना ने इस मैच से पहले भारत के लिए अपना आखिरी टी20 मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ 1 फरवरी 2017 को खेला था। बेंगलुरु में खेले गए इस मैच में रैना ने 63 रन की पारी खेली थी। इसके बाद वो एक वर्ष तक भारतीय टीम में वापसी नहीं कर पाए थे। रैन ने भारत के लिए अब तक कुल 66 टी20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1322 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 101 रन है जो उन्होंने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।