गांगुली ने फिर बिगाड़ा शास्त्री का खेल? वीरू को ले आए उनकी टक्कर में
सीएसी ने सोमवार को कोच पद के लिए आवेदन करने वाले दस लोगों में से शास्त्री, सहवाग, रिचर्ड पायबस, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत का साक्षात्कार लिया है।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। टीम इंडिया के लिए कोच चुने जाने का खेल जितना सीधा दिख रहा है उतना है नहीं। सब अपने-अपने दांव चल रहे हैं, लेकिन यह पता नहीं चल रहा कि किसका दांव कौन सा है और इससे कौन प्रभावित हो रहा है? जी हां, हम भारतीय टीम के मुख्य कोच के चयन की बात कर रहे हैं। सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने सोमवार को टीम इंडिया के मुख्य कोच के चयन के लिए बैठक की।
सौरव और लक्ष्मण जहां मुंबई में थे तो सचिन लंदन से स्काइप से जुड़े हुए थे। बैठक के बाद गांगुली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग समेत हमने पांच लोगों का साक्षात्कार किया, लेकिन कोच की घोषणा हम कप्तान विराट कोहली की राय लेकर करेंगे। हालांकि यह बात जितनी सीधी दिख रही है उतनी है नहीं। गांगुली के इस तेवर ने साफ दिखा दिया है कि सीएसी ने वीरू को मुख्य कोच के तौर पर आगे कर दिया है, लेकिन अगर विराट उनके एवज में शास्त्री को आगे लाना चाहते हैं तो वह खुलकर बोलें।
यानि विराट को अगर पूर्व टीम निदेशक को कोच बनाना है तो उन्हें वीरू को खुलकर नकारना होगा। यही नहीं इसके बाद टीम इंडिया के सारे परिणामों की जिम्मेदारी विराट और शास्त्री की होगी, क्योंकि सीएसी यह साफ-साफ कह देगी कि कोच का चयन विराट की मर्जी से हुआ है।
अगर वीरू पर भी सहमति नहीं बनती है तो टॉम मूडी पर बात बन सकती है। पिछली बार सीएसी ने जब अनिल कुंबले को मुख्य कोच चुना था तो विराट से राय नहीं ली गई थी और हालत यह हुई कि इन दोनों में छह महीने तक बात नहीं हुई। इसी कारण कुंबले ने चैंपियंस ट्रॉफी के ठीक बाद इस्तीफा दे दिया। दादा के इस दांव ने शास्त्री ही नहीं विराट को भी जमीन पर ला दिया है, क्योंकि अब उन्हें खुलकर सामने आना ही पड़ेगा।
सीएसी ने सोमवार को कोच पद के लिए आवेदन करने वाले दस लोगों में से शास्त्री, सहवाग, रिचर्ड पायबस, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत का साक्षात्कार लिया है।