जब रिषभ पंत कर रहे थे पैट कमिंस की खिंचाई तब कमेंट्री कर दी गई थी बंद, जानें क्या कहा उन्होंने
रिषभ पंत की बातों को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए कमेंट्री रोक दी गई।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स स्लेजिंग के लिए खूब जाने जाते हैं लेकिन इस बार भारतीय खिलाड़ी भी पीछे नहीं हैं। हालांकि खेल के दौरान थोड़ी बहुत स्लेजिंग तो चलती ही रहती है। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर रिषभ पंत पहले टेस्ट मैच के दौरान खूब स्लेजिंग की। पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा की खिंचाई की और अब उन्होंने विकेट के पीछे से पैट कमिंस को अपना निशाना बनाया। रिषभ ने कमिंस के जो भी बातें कही उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पहले टेस्ट मैच के दौरान हुआ ये कि रिषभ पंत विकेट के पीछे से पैट कमिंस की बल्लेबाजी के दौरान कुछ-कुछ बोलकर उनका ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे थे। उनकी आवाज स्टंप माइक के जरिए सुनाई दे रही थी। उसी वक्त मैच का प्रसारण कर रहे चैनल ने कमेंट्री बंद करवा दी ताकि उनकी स्लेजिंग को स्टंप माइक के जरिए सभी दर्शक आराम से सुन सकें। चैनल ने ऐसा ही किया और अश्विन के इस पूरे ओवर में कमेंट्री को रोक दिया गया। इस ओवर के दौरान पंत विकेट के पीछे से कमिंस को छेड़ते नजर आए। पंत कह रहे थे कि 'इतना आसान नहीं है'। अगली ही गेंद पर उन्होंने कहा पैट कमिंस के कहा कि कम ऑन, कुछ छक्के लगाओ। इस बीच वो अश्विन को भी कुछ सलाह देते नजर आए। वो अश्विन से कह रहे थे कि उसे पिच पर ही गेंद डालो। फिर अगली गेंद पर रिषभ ने कहा कि पैट तुम खराब गेंदों को बाहर क्यों छोड़ रहे हो। रिषभ की इन बातों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Stump mic on 🔊
It’s cricket like never before, no commentary in the whole over 😮 #AUSvIND #foxcricket pic.twitter.com/8R2nwVMa9W — Fox Cricket (@FoxCricket) December 10, 2018
इस मैच में रिषभ पंत ने विकेटकीपिंग में कमाल करते हुए कुल 11 कंगारू बल्लेबाजों का कैच पकड़ा और विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। वहीं भारत ने इस मैच को 31 रन से जीतकर इतिहास रच दिया। दूसरी पारी में भारत ने कंगारू टीम को जीत के लिए 323 रन का लक्ष्य दिया था जिसका पीछा करते हुए मेजबान टीम 291 रन पर ऑल आउट हो गई।
मैच के बाद रिषभ पंत ने कहा कि मैं स्लेजिंग के द्वारा उन्हें परेशान करके खूब मजे ले रहा था। वो (ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज) मेरी बातों पर ध्यान दे रहे थे ना कि उनका ध्यान गेंदबाजों की तरफ था।