रिषभ पंत के साथ हुई नाइंसाफी, क्यों उन्हें अभ्यास मैच में 11वें नंबर पर उतारा गया
रिषभ को अभ्यास मैच में 11वें नंबर पर उतारा जाना कहीं से भी ठीक नहीं लगता।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर है और टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया को एसेक्स के खिलाफ एकमात्र अभ्यास मैच खेलने का मौका मिला। टेस्ट सीरीज से पहले ये अभ्यास मैच भारतीय खिलाड़ियों के लिए खुद को तैयार करने का शानदार मौका है। इस अभ्यास मैच की पहली पारी में पांच भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर अपने हाथ आजमाए और अर्धशतक भी लगाया। हालांकि धवन और पुजारा जैसे शीर्ष क्रम से बल्लेबाज नहीं चल पाए। इस मैच की पहली पारी में एक बात ने सभी क्रिकेट फैंस को झकझोर दिया और वो बात थी भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज रिषभ पंत की बल्लेबाजी।
रिषभ पंत को इस मैच की पहली पारी में बल्लेबाजी के लिए 11वें नंबर पर उतारा गया। रिषभ टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर मौजूद हैं लेकिन दिनेश कार्तिक की मौजूदगी में इस बात की संभावना कम ही है कि उन्हें टेस्ट मैच में अंतिम ग्यारह में मौका मिले। पर सवाल ये है कि अगर कार्तिक फेल हो जाते हैं तो भारतीय टीम किस विकल्प पर काम करेगी। फिर तो टीम को रिषभ को ही टीम में शामिल करना पड़ेगा। खैर ये तो बाद की बात है फिलहाल बात हो रही है कि रिषभ को सबसे अंत में बल्लेबाजी के लिए क्यों उतारा गया।
रिषभ अगर 11वें नंबर की जगह पहले बल्लेबाजी करने के लिए आते तो हो सकता था कि वो भी बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहते। सबसे अंत में बल्लेबाजी करने वाले रिषभ को पता था कि किसी भी वक्त पारी खत्म हो सकती है इसलिए उन्होंने अपनी तरफ से बेहतरीन बल्लेबाजी करने की कोशिश की और 26 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से नाबाद 34 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 130.76 का रहा। वो अंत में रवींद्र जडेजा के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे जो 15 रन बनाकर आउट हो गए। अगर जडेजा उनका थोड़ी देर तक साथ देते और वो बड़ा स्कोर खड़े करने में कामयाब जरूर होते। अभ्यास मैच के नजीते का ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन ये खुद को आंकने का बड़ा माध्यम होता है। रिषभ पंत को अब भारतीय टीम का भविष्य का विकेटकीपर माना जा रहा है ऐसे में उनके लिए इस तरह की बातों से उनका मनोबल खेलने से पहले ही गिराने वाली बात होगी। रिषभ अगर इस अभ्यास मैच में बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहते तो इससे उनका मनोबल जरूर बढ़ता और अगर उन्हें किसी टेस्ट में मौका मिलता तो उनके मन में ये बात जरूर रहती कि अगर वो अभ्यास मैच में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं तो यहां भी खेल सकते हैं।