ऐसा रहा है रवि शास्त्री का क्रिकेट करियर, अनुभव से मिलेगा भारतीय टीम को फायदा
विराट को उनके पसंद का कोच मिल गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम को आखिरकार रवि शास्त्री के तौर पर टीम इंडिया का नया कोच मिल ही गया। शास्त्री अगले वर्ल्ड कप (2019) तक के लिए टीम के कोच बने रहेंगे। शास्त्री के पास एक क्रिकेटर के तौर पर अनुुभव की कोई कमी नहीं है और इसका फायदा टीम इंडिया को निश्चित तौर पर मिलेगा।
पहले भी रह चुके हैं टीम इंडिया के डायरेक्टर
रवि शास्त्री पहली बार टीम इंडिया को कोच बने हैं लेकिन वो टीम के डायरेक्टर के तौर पर भारतीय टीम के साथ काम कर चुके हैं। रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे। वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें टीम इंडिया का अस्थायी कोच बनाया गया था। शास्त्री को इस टीम के साथ काम करने का खासा अनुभव है और टीम के खिलाड़ियों को साथ उनका ताल-मेल काफी अच्छा है। खासतौर पर टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ उनकी काफी बनती है और ऐसे में उम्मीद इस बात की है कि दोनों मिलकर भारतीय क्रिकेट को और बेहतरीन मुकाम तक ले जाएंगे।
क्रिकेटर के तौर पर शास्त्री का ऐसा रहा है करियर
55 वर्षीय रवि शास्त्री के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का खासा अनुभव है। शास्त्री ने अपने करियर में 80 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 35.79 की औसत से 3830 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनके नाम पर 11 शतक हैं। वनडे की बात करें तो उनके नाम कुल 150 वनडे मैच हैं जिसमें उन्होंने 29.04 की औसत से 3108 रन बनाए थे। वनडे में उनके नाम पर चार शतक थे। शास्त्री का रोल टीम में ऑलराउंडर का था और गेंदबाज के तौर पर उन्होंने भारतीय टीम के लिए अच्छा काम किया। 80 टेस्ट मैच में उनके नाम पर 151 विकेट हैं जबकि 150 वनडे मैचों में उनके नाम पर 129 विकेट हैं।
भारतीय टीम के 15वें कोच बने शास्त्री
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कोच रखने की परंपरा की शुरुआत 1990 में शुरू हुई थी और टीम के पहले कोच पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी बने थे। अब ये परंपरा लगातार जारी है और शास्त्री टीम के 15वें कोच नियुक्त किए गए हैं। शास्त्री से ठीक पहले अनिल कुंबले भारतीय टीम के कोच थे और वो एस वर्ष तक इस पद पर रहे।