कप्तानी से लेकर बल्लेबाजी तक सब कुछ घटिया, हर मोर्चे पर औंधे मुंह गिरी टीम इंडिया
ICC T20 World Cup 2021 में भारतीय टीम सुपर 12 के अपने पहले दो मैच हार गई है और इस तरह टीम इंडिया के सेमीफाइनल में पहुंचने के रास्ते बहुत मुश्किल हो गए हैं। यहां तक कि भारत बाहर हो सकता है।
अभिषेक त्रिपाठी, दुबई। घटिया कप्तानी, घटिया गेंदबाजी, घटिया बाडी लेंग्वेज और सबसे घटिया बल्लेबाजी.. भारतीय टीम ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में चल रहे टी-20 विश्व कप में लगातार दो मैचों में ऐसा शर्मनाक प्रदर्शन किया है कि सभी प्रशंसकों के चेहरे झुक गए हैं। भारतीय टीम यह दोनों मैच हारी नहीं, बल्कि बेहद शर्मनाक तरीके से हारी है। टीम ने एक सप्ताह के अंतराल में दो मैच महत्वपूर्ण मैच हारे। इस एक सप्ताह के दौरान दुनिया में बहुत कुछ बदल गया, लेकिन नहीं बदला तो टीम इंडिया का प्रदर्शन। इस हार के बाद भारत का सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग नामुमकिन हो गया है। अब तक हुए 16 मैचों में 13 बार टास जीतने वाली टीम ने पहले गेंदबाजी चुनी है, जबकि तीन बार टास जीतने वाली टीम ने पहले बल्लेबाजी की है। तीनों बार पहले बल्लेबाजी करने का फैसला अफगानिस्तान ने ही किया है।
2007 की याद दिला दी
वेस्टइंडीज में 2007 में हुए वनडे विश्व कप में टीम इंडिया पहले दौर से ही बाहर हो गई थी। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। इस टी-20 विश्व कप के बाद सबसे छोटे फार्मेट की कप्तानी छोड़ने वाले विराट कोहली ने दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में उस दुस्वप्न को याद दिला दिया। पाकिस्तान से 10 और न्यूजीलैंड से आठ विकेट की हार के बाद विराट की टीम के भी पहले दौर से ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। अब टीम को बुधवार को अफगानिस्तान से भिड़ना है। इसके बाद स्काटलैंड और नामीबिया से मुकाबला होगा।
बेहद खराब प्रदर्शन : बाकी टीमें अपनी गलतियां सुधारती हैं, जबकि टीम इंडिया एक गलती बार-बार करती है। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले रविवार को हारने के बाद विराट की टीम के पास अपनी गलतियों को ठीक करने, रणनीति बनाने और कुछ बेहतर करने के लिए एक सप्ताह का समय था लेकिन विराट एंड कंपनी ने बीच वालीबाल खेलने, मीडिया से छुपकर अभ्यास करने और मुहम्मद शमी के मामले में बयान देने पर ज्यादा ध्यान दिया। नतीजा सबके सामने है। पाकिस्तान के खिलाफ 154 रन बनाने वाली भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ 20 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर सिर्फ 110 रन बना सकी। तीसरे ओवर में विकेट गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह 19वें ओवर तक चलता रहा। न ही पिछले मैच में और न ही इस मैच में टीम कभी भी जीतने की स्थिति में दिखी। रन रेट भी कभी छह के ऊपर नहीं गया। कभी-कभी तो ऐसा लग रहा था कि हम टी-20 नहीं टेस्ट मैच देख रहे हों। ओपनर इशान किशन (4), केएल राहुल (18) और तीसरे नंबर पर उतरे रोहित शर्मा (14) आठवें ओवर तक ही पवेलियन की शोभा बढ़ाने लगे। इसके बाद कप्तान विराट कोहली (9), विकेटकीपर रिषभ पंत (12), हार्दिक पांड्या (23) और शार्दुल ठाकुर (0) भी चलते बने। रवींद्र जडेजा 26 रन बनाकर नाबाद रहे। ऐसा लग रहा था कि भारतीय बल्लेबाज इस झंझावत में हों कि शाट खेलें या नहीं। इसी क्रम में ट्रेंट बोल्ट ने तीन और ईश सोढ़ी ने दो विकेट लिए।
कैच छूटा तो लेकिन बचे नहीं रोहित
ओपनिंग करने उतरे इशान के आउट होने की अगली ही गेंद पर मुंबई इंडियंस के गेंदबाज बोल्ट ने अपनी फ्रेंचाइजी के कप्तान रोहित को चलता कर दिया था, लेकिन मुंबई इंडियंस के ही खिलाड़ी एडम मिल्ने ने लांग लेग पर कैच छोड़ दिया। रोहित के बल्ले से लगकर मिल्ने के हाथ तक पहुंचने में गेंद को कुछ ही सेकेंड लगे, लेकिन इस दौरान भारतीयों ने हजारों चीजें सोच डालीं। भारतीयों की सांसें ऊपर-नीचे थीं और सबको पाकिस्तान के खिलाफ पिछला मैच याद आ गया जिसमें तीन ओवर में ही भारत ने दो विकेट खो दिए थे। हालांकि मिल्ने ने कैच छोड़ दिया। गेंद उनकी अंगुली से लगकर नीचे गिरी और भारतीयों के जान में जान आई। हालांकि इसके बावजूद रोहित बड़ी पारी नहीं खेल सके। इसके बाद विकेट गिरने का सिलसिला ऐसा जारी रहा जिसके बारे में क्या ही बात करें
न्यूजीलैंड को कोई दिक्कत नहीं : पाकिस्तान की तरह न्यूजीलैंड को भी भारत के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। छोटे से लक्ष्य को कीवियों ने दो विकेट गंवाते हुए 33 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। उनके ओपनर डेरिल मिशेल ने 49 और कप्तान केन विलियमसन ने नाबाद 33 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई भी विकेट नहीं ले सका। हार्दिक पांड्या ने महीनों बाद गेंदबाजी की लेकिन इस मैच में वह नहीं भी करते तो कोई फर्क नहीं पड़ता।
रणनीति में बदलाव : भारतीय टीम ने इस मैच में अपनी रणनीति में बदलाव किया। सूर्यकुमार यादव पीठ में खिंचाव के कारण होटल से मैदान में ही नहीं आए। हालांकि वह शनिवार को अभ्यास सत्र में काफी एक्टिव दिख रहे थे। विराट ने सूर्य की जगह शामिल इशान किशन को ओपनिंग में उतारा। इसके पीछे रणनीति यह थी कि इशान ऊपर जाकर तेजी से रन बनाएंगे और तेज गेंदबाजों के सामने आउट हो रहे रोहित को भी बचाया जा सकेगा। हालांकि दांव उल्टा पड़ा और वह आठ गेंद पर चार रन बनाकर कैच आउट हो गए। इसके बाद राहुल और रोहित भी सीधे क्षेत्ररक्षक के हाथ में कैच देकर आउट हुए। भारतीय टीम ने इस मैच में भुवनेश्वर की जगह शार्दुल ठाकुर को उतारा जबकि न्यूजीलैंड ने विकेटकीपर टिम सेफर्ट की जगह एडम मिल्ने को शामिल किया। डेवन कोन्वे को इस मैच में विकेटकीपिंग की कमान दी गई। कीवी कप्तान केन विलियमसन इस मैच में एक अतिरक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरे जिसका उन्हें फायदा मिला।
टी-20 विश्व कप में खराब रिकार्ड
दुबई : 2007 में टी-20 विश्व कप का शुरुआती संस्करण जीतने वाली भारतीय टीम 2009 में इंग्लैंड में सेमीफाइनल में पहुंची। 2010 में टीम इंडिया वेस्टइंडीज में भी सेमीफाइनल में नहीं पहुंची। 2012 में भी महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंची। 2014 में बांग्लादेश में टीम फाइनल में पहुंची, लेकिन श्रीलंका से मात मिली। 2016 में भारत में हुए टूर्नामेंट में टीम सेमीफाइनल में हारी। इस बार टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने की राह कठिन हो गई है।
::: नंबर गेम :::
-13 पिछले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 12 बार टास हारे हैं विराट कोहली। वर्तमान टी-20 विश्व कप के दोनों मैचों में टास हार चुके हैं विराट
-3 बार टी-20 विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड की भिड़ंत हुई है। 2007 में न्यूजीलैंड ने भारत को 10 रन से तो 2016 में 47 रन से हराया था
-18 साल पहले टीम इंडिया ने किसी आइसीसी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को हराया था। 2003 में वनडे विश्व कप में भारत ने न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दी थी। इसके बाद से उसे आइसीसी टूर्नामेंट में इस टीम से हार मिल रही है। 2019 वनडे विश्व कप और इस साल डब्लयूटीसी फाइनल में भी भारत को कीवियों से हार का सामना करना पड़ा
-17 टी-20 मुकाबले दोनों टीमों के बीच खेले गए हैं। भारत ने आठ तो न्यूजीलैंड ने नौ मुकाबले अपने नाम किए हैं
-71 गेंद लगातार ऐसी गईं जिसमें भारतीय टीम की तरफ से चौका नहीं लगा। छठे से 17वें ओवर के दौरान ऐसा हुआ