इंदौर में कायम रही परंपरा, पंजाब ने टॉस के साथ मैच भी जीता
इंदौर में आइपीएल मैच में टॉस जीतने वाली टीम द्वारा फील्डिंग चुनने और मैच जीतने का फॉर्मूला पंजाब के लिए भी लाभदायक साबित हुआ।
इंदौर, किरण वाईकर। इंदौर और आइपीएल इतिहास की एक परंपरा रविवार को होलकर स्टेडियम में पंजाब और पुणे के मैच में भी कायम रही। इंदौर में आइपीएल मैच में टॉस जीतने वाली टीम द्वारा फील्डिंग चुनने और मैच जीतने का फॉर्मूला पंजाब के लिए भी लाभदायक साबित हुआ।
इंदौर में यह आइपीएल इतिहास का तीसरा मैच था और तीनों बार टॉस जीतने वाली टीमों ने फील्डिंग चुनी और मैच जीतने में सफलता हासिल की। पंजाब के कप्तान ग्लेन मैक्सवेल ने पुणे के खिलाफ टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी। आइपीएल के ससबे महंगे विदेशी खिलाड़ी बेन स्टोक्स के 50 और मनोज तिवारी के नाबाद 40 रनों की मदद से पुणे ने 6 विकेट पर 163 रन बनाए। जवाब में किंग्स इलेवन ने मैक्सवेल की कप्तानी पारी (44 नाबाद ) की मदद से 6 गेंद शेष रहते 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
इससे पहले 2011 में इंदौर में हुए आइपीएल के दो मैचों में भी टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनने वाली टीमें विजयी हुई थी। 13 मई 2011 को हुए मैच में पंजाब ने टॉस जीता और फिर मेजबान कोच्चि को 6 विकेट से हराया था। इसके दो दिन बाद (15 मई) को हुए मैच में कोच्चि ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी और फिर राजस्थान पर 8 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की थी।