विश्व कप में खेलने के लिए धौनी के पास आखिरी मौका, ये हैं तीन सबसे बड़ी वजहें
धौनी के लिए काफी अहम रहेगा यह श्रीलंका दौरा...
रांची, जेएनएन। भारत के सफलतम कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धौनी के लिए श्रीलंका दौरा लिटमस टेस्ट से कम नहीं है। वह भी उस समय जब मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर विश्व कप 2019 के लिए टीम चुनी जाएगी। ऐसे में माही के दिमाग में यह बात अवश्य होगी कि श्रीलंका सीरीज में बेहतर प्रदर्शन कर 2019 की योजना में अपने को फिट कर सकें।
श्रीलंका के खिलाफ श्रीलंका में अब तक शतक नहीं
भले ही धौनी ने वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ श्रीलंका में अब तक वह शतक नहीं जड़ सके हैं। अपने करियर के अंतिम श्रीलंकाई दौरे में वह इस कमी को अवश्य पूरा करना चाहेंगे। श्रीलंका में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 148 रनों की है, जो उन्होंने 2004-05 में पाक के खिलाफ एशिया कप में खेली थी। लेकिन मेजबान टीम के खिलाफ माही का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 94 रन है।
श्रीलंका या विश्व कप, यही है आखिरी मौका
यह धौनी का श्रीलंका का अंतिम दौरा हो सकता है क्योंकि अगले दो सालों में भारत को श्रीलंका में सीरीज नहीं खेलनी है। माना जा रहा है कि धौनी 2019 में होने वाले आइसीसी विश्व कप तक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे। इस लिहाज से वह आखिरी बार श्रीलंका दौरे पर हैं। टेस्ट मैचों से वह पहले ही संन्यास ले चुके हैं। अब वनडे में संन्यास से पहले उनके पास इस दौरे को यादगार बनाने का आखिरी मौका है। विश्व कप में भी वह तभी खेल सकेंगे, जब इस दौरे पर आलोचकों को अपने बल्ले से करारा जवाब दें।
300 वनडे खेलने वाले छठे भारतीय खिलाड़ी बनेंगे
श्रीलंका दौरे में धौनी 300 वनडे मैच खेलने वाले छठे भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करेंगे। धौनी ने अभी तक 296 वनडे मैच खेले हैं। उनसे आगे सचिन तेंदुलकर (463), राहुल द्रविड़ (344), सौरव गांगुली (311), मुहम्मद अजहरुद्दीन (334), युवराज सिंह (304) हैं। इसके अलावा धौनी के पास स्टंपिंग में भी शतक बनाने का मौका रहेगा। वनडे में अभी तक धौनी ने 97 स्टंपिंग की हैं। श्रीलंका के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 20 अगस्त को खेला जाएगा।