शास्त्री, वीरू या मूडी? जानें टीम इंडिया के कोच उम्मीदवारों की क्या है ताकत
सचिन, सौरव और लक्ष्मण का फैसला जो भी हो, वह टीम इडिया के लिए काफी अहम रहने वाला है।
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के लिए नया कोच चुने जाने में ज्यादा समय नहीं बचा है और इस पद पर आसीन होने वाले शख्स के बारे में भारतीय क्रिकेट जगत में कयास लगाए जा रहे हैं। विराट कोहली कह चुके हैं कि अगर बीसीसीआइ ने कोच के चयन में उनकी राय मांगी तभी वह अपनी बात सामने रखेंगे और वह भी टीम की ओर से न कि अपनी व्यक्तिगत राय। इसके बावजूद माना जा रहा है कि कोच पद की दौड़ में सबसे आगे रवि शास्त्री चल रहे हैं। आइए जानते हैं कि शास्त्री के पक्ष में कौन सी बातें बैठती हैं।
शास्त्री की दमदार दावेदारी
कोच पद के लिए बीसीसीआइ में हर किसी ताकतवर शख्स का अपना एक पसंदीदा उम्मीदवार है, लेकिन इन सबमें रवि शास्त्री का पलड़ा सबसे भारी माना जा रहा है। कई बोर्ड पदाधिकारी तो शास्त्री और कुंबले के कार्यकाल के आंकड़ों की तुलना कर रहे हैं। कुछ का कहना है कि रवि शास्त्री 2014 में जब टीम निदेशक बने तो भारतीय टीम आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में सातवें नंबर पर थी और जब उनका कार्यकाल समाप्त हुआ तो भारत दूसरे नंबर पर था। वहीं, कुंबले ने भारत को दूसरे से पहले पायदान पर पहुंचाया। एक और बात जो शास्त्री के पक्ष में जा रही है। वह प्रशासकों को टीम से जुड़े मामले काफी स्पष्टता से समझते हैं।
कोहली को वीरू या शास्त्री से दिक्कत नहीं
शास्त्री के अलावा वीरेंद्र सहवाग का पलड़ा भी बहुत ज्यादा कमजोर नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआइ के एक सूत्र ने माना है कि कप्तान विराट कोहली अब परिपक्वता का व्यवहार करेंगे। वह अब बीसीसीआइ द्वारा चुने किसी भी कोच के साथ काम करने को तैयार हैं। रवि शास्त्री के साथ उनकी अच्छी पटती है और वीरेंद्र सहवाग को भी वह अच्छी तरह जानते हैं। नया कोच जो भी हो, अगर वह ड्रेसिंग रूम के माहौल को अच्छी तरह मैनेज कर सका तो कोहली को उसके साथ काम करने में कोई परेशानी नहीं है।
मैनेज करने में माहिर हैं मूडी
शास्त्री और वीरू के अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर टॉम मूडी छुपा रुस्तम साबित हो सकते हैं। मूडी को टीम मैनेज करने के मामले में दुनिया के बेहतरीन कोचों में गिना जाता है। मूडी ने आइपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की कोचिंग करते समय कप्तान समेत सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलने की अपनी अच्छे मैनेजर की छवि बनाई है। यह भी खबर है कि मूडी को क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी यानी सचिन, सौरव और लक्ष्मण का भी समर्थन प्राप्त है, जिसके पास अब कोच पद के लिए छह उम्मीदवार हो गए हैं।
सचिन, सौरव और लक्ष्मण की राय जुदा
टीम इंडिया के कोच के चयन में तीसरा और सबसे अहम रोल क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी का रहने वाला है। जहां, रवि शास्त्री को सचिन तेंदुलकर का पूरा समर्थन प्राप्त है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार सौरव गांगुली उनका साथ देंगे या नहीं। वरहीं, लक्ष्मण इनसे हटकर टॉम मूडी को सपोर्ट कर सकते हैं। मूडी के इंटरव्यू के दौरान लक्ष्मण शामिल नहीं होंगे, क्योंकि दोनों आइपीएल में एक ही फ्रेंचाइजी (हैदराबाद) के लिए काम करते हैं।
सचिन, सौरव और लक्ष्मण का फैसला जो भी हो, वह टीम इडिया के लिए काफी अहम रहने वाला है। वैसे तो टीम इंडिया इस समय टेस्ट और वनडे में काफी अच्छी स्थिति में है, लेकिन 2019 के विश्व कप को ध्यान में रखते हुए कोच की जिम्मेदारी भी काफी अहम हो जाती है।