आज ही बना था क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा, दिलचस्प और शानदार रिकॉर्ड
ऐसे कहर बरपाने वाले प्रदर्शन से हुआ जो सदा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। क्रिकेट के खेल में रोज नए रिकॉर्ड बनते हैं और टूट जाते हैं, लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जो सालों-साल नहीं टूटते। आज हम आपको एक ऐसे ही विश्व रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं जो बना तो आज से ठीक 62 साल पहले था, लेकिन इसे आजतक कोई भी नहीं तोड़ सका है। ये रिकॉर्ड आज भी बरकरार है और इसको तोड़ने के बारे में शायद ही कोई खिलाड़ी आज सोच भी पाता हो।
एक टेस्ट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड
एक टेस्ट मैच में सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड जिम लेकर के नाम है। उन्होंने एक टेस्ट में 19 विकेट चटकाए थे। आज भी ये विश्व रिकॉर्ड कायम है और कोई भी खिलाड़ी इस कीर्तिमान की बराबरी तक नहीं कर पाया है। जिम लेकर ने ये उपलब्धि 31 जुलाई 1956 को हासिल की थी। हालांकि ये मुकाबला एक और वजह से भी ऐतिहासिक रहा था, तो चलिए आपको बताते हैं उस मैच से जुड़े कुछ और पहलुओं के बारे में-
वो एतिहासिक मैच
वो एतिहासिक मुकाबला हुआ था क्रिकेट की दो सबसे पुरानी व दिग्गज टीमों, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच। ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड दौरे पर थी, मुकाबला मेनचेस्टर में खेला जा रहा था और ये सीरीज का चौथा मुकाबला था। इस मैच से पहले सीरीज एक-एक से बराबर थी और मेजबान इंग्लिश टीम किसी भी हालत में ये मैच जीतना चाहती थी। इंग्लैंड ने पहली पारी में 459 रन बनाए और जब ऑस्ट्रेलिया जवाब देने उतरा तो उसका सामना एक ऐसे कहर बरपाने वाले प्रदर्शन से हुआ जो सदा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
एक गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया को तहस-नहस किया
इंग्लैंड के गेंदबाज जिम लेकर न जाने उस दिन किस मूड में थे कि उन्होंने पहली पारी में अकेले ही दम पर पूरी कंगारू टीम को पस्त कर डाला। ऑस्ट्रेलियाई टीम में कई दिग्गज बल्लेबाज मौजूद थे लेकिन उनकी पूरी टीम महज 84 रन पर ही ढेर हो गई। जिम लेकर ने उस पारी में 16.4 ओवर करते हुए 37 रन देकर 9 विकेट झटके। इस दौरान लेकर ने अपने 7 विकेट तो महज 8 रन के अंदर ही झटक लिए थे। स्थिति को देखते हुए इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को फॉलोऑन खिलाने का फैसला लिया और ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर मैदान पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद दूसरी पारी में जो हुआ वो पहली पारी से भी ज्यादा एतिहासिक साबित हुआ।
31 जुलाई 1956
ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो उनको जिम लेकर का डर सता रहा था। पहली पारी के नतीजे को देखते हुए ये डर वाजिब भी था..लेकिन शायद ही कंगारुओं ने सोचा होगा कि ये गेंदबाज दूसरी पारी में और भी बड़ा रिकॉर्ड बनाने वाला था। इस बार ऑस्ट्रेलिया 205 रन पर सिमटी और सभी विकेट अकेले जिम लेकर ने ही ले डाले। जिम लेकर ने इस पारी में 51.2 ओवर में 53 रन देते हुए 10 विकेट झटके और इस दौरान 23 मेडन ओवर भी फेंके। वो पहला मौका था जब किसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लिए थे और एक ही टेस्ट मैच में 19 विकेट हासिल करने का कमाल किया था। इंग्लैंड ने वो मैच पारी और 170 रनों से जीता था।
कुंबले ने की उस रिकॉर्ड की बराबरी
सालों बीत गए लेकिन एक टेस्ट पारी में सभी दस विकेट लेने का धमाल कोई गेंदबाज नहीं कर सका था लेकिन फरवरी 1999 में एक भारतीय गेंदबाज ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली और वो ऐसा करने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए। वो महान गेंदबाज और कोई नहीं बल्कि जंबो के नाम से मशहूर महान भारतीय स्पिनर व पूर्व कप्तान अनिल कुंबले थे जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर दूसरी पारी में पाक टीम के सभी 10 विकेट झटक लिए थे। कुंबले ने उस पारी में 26.3 ओवर करते हुए 74 रन देकर 10 विकेट झटके थे। उस मैच की पहली पारी में कुंबले ने 4 विकेट लिए थे। उस मैच में कुंबले ने कुल 14 विकेट लिए थे। यानी कुंबले ने बेशक दस विकेट लेने की बराबरी कर ली लेकिन वो एक मैच में 19 विकेट लेने के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सके और न आज तक कोई अन्य गेंदबाज वो कमाल कर सका है।