सिर्फ 67 रन पर सिमटी पारी और दो दिन में खत्म हुआ ये टेस्ट मैच, ऐसे बना ऐतिहासिक
सिर्फ दिन में खत्म हुआ गया ये टेस्ट मैच इतिहास रच गया।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। मोर्नी मोर्केल और केशव महाराज की दमदार गेंदबाजी के चलते दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को एकमात्र चार दिवसीय डे-नाइट टेस्ट मैच के दूसरे दिन पारी और 120 रनों से करारी शिकस्त दे दी। दक्षिण अफ्रीका ने दमदार प्रदर्शन करते हुए यह बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच दूसरे दिन सिर्फ चायकाल से पहले अपने नाम कर लिया।
एडन माक्रम (125) के दम पर दक्षिण अफ्रीका के पहली पारी में नौ विकेट पर 309 रन के स्कोर के जवाब में मेहमान टीम के बल्लेबाज मोर्केल (5/21) की तेज गेंदबाजी के आगे बेबस नजर और उनकी पहली पारी 68 के स्कोर पर ढेर हो गई। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने जिंबाब्वे को फॉलोऑन खिलाने का फैसला लिया और इसमें भी मेहमान टीम के गेंदबाज हावी रहे। फॉलोऑन खेलने उतरे जिंबाब्वे के बल्लेबाज इस बार लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव महाराज (5/59) की गेंदबाजी में उलझ गए और टीम 121 रन पर आउट होकर मैच हार गई।
इसलिए याद रहेगा ये टेस्ट
द. अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच खेला गया ये चार दिनों के टेस्ट मैच क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। इस वजह से नहीं क्योंकि ये चार दिन का टेस्ट मैच था बल्कि इसलिए की ये पहले खेले गए चार दिवसीय टेस्ट मैचों से एकदम अलग रहा, क्योंकि ये चार दिन का टेस्ट मैच होने के साथ-साथ डे-नाइट टेस्ट भी रहा। ये क्रिकेट के इतिहास में पहला चार दिवसीय डे-नाइट टेस्ट मैच था।
2 दिन में खत्म हुआ टेस्ट मैच
12 साल बाद ऐसा हुआ कि टेस्ट मैच सिर्फ दो दिन चला। ये एकमात्र टेस्ट मैच नहीं है जो 2 दिन में समाप्त हुआ हो। अब तक 20 टेस्ट मैच है जो सिर्फ दो ही दिन में खत्म गए हैं। इसमें से आखिरी 3 में हारने वाली टीम जिम्बाब्वे ही है। पिछली बार ऐसा 2005 में हुआ था। तब न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को हरारे में पारी और 294 रन से हराया था। यह पोर्ट एलिजाबेथ में 2 दिन में समाप्त होने वाला तीसरा टेस्ट मैच है। यहां 1889 और 1896 में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 2 दिन के अंदर हरा दिया था।
ऐसे जीता द. अफ्रीका
द. अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी पहले दिन 9 विकेट के नुकसान पर 309 रनों पर घोषित कर दी थी। इसके बाद जिम्बाब्वे की पहली पारी 68 और दूसरी पारी में 121 रनों पर ढेर हो गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए पहली पारी में तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने 5 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में स्पिनर केशव महाराज को 5 शिकार किए।
जिम्बाब्वे की टीम में कोई नहीं कर पाया ऐसा
जिम्बाब्वे की तरफ से दोनों पारियों में कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका। पहली पारी में तो मेहमान टीम के सिर्फ 2 बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। इस पारी में जिम्बाब्वे के लिए काइल जावरिस ने 23 रन बनाए जबकि रयान बर्ल ने 16 रन बनाए। जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में पहली पारी के मुकाबले थोड़ा बेहतर खेल दिखाया। इस पारी में उसके 5 बल्लेबाज दो अंकों में पहुंचे लेकिन कोई भी 23 के निजी स्कोर से आगे नहीं जा पाया। क्रेग इरविन ने सर्वाधिक 23 रन बनाए। कप्तान ग्रेम क्रिमर ने नाबाद 18 रन बनाए।