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हार्दिक पांड्या के साथ न की जाए ये नाइंसाफी, टीम इंडिया को भुगतना पड़ेगा बड़ा अंजाम

टेस्ट क्रिकेट में उनका आगाज इस साल जुलाई में गॉल टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ हुआ। उन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 49 गेंदों पर 50 रन जड़ दिए।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Thu, 05 Oct 2017 10:53 AM (IST)Updated: Thu, 05 Oct 2017 08:28 PM (IST)
हार्दिक पांड्या के साथ न की जाए ये नाइंसाफी, टीम इंडिया को भुगतना पड़ेगा बड़ा अंजाम

नई दिल्ली, उमेश राजपूत। भारत की ऑस्ट्रेलिया पर वनडे सीरीज में 4-1 की जीत टीम प्रयास का बेहतरीन उदाहरण है। बल्लेबाजों ने जमकर रन बनाए, गेंदबाज नाजुक मौकों पर भी विकेट लेने से नहीं चूके। क्षेत्ररक्षण में भी घरेलू टीम ऑस्ट्रेलिया से आगे नजर आई। लेकिन, हार्दिक पांड्या तीनों ही विभाग में लोहा मनवाने में सफल रहे। हार्दिक ने कम समय में भी अपनी उपयोगिता साबित की है और वह टीम इंडिया के मैच विनर ऑलराउंडर बन गए हैं।

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हार्दिक ने अपने छोटे से करियर में जो उम्मीद जगाई है उससे भविष्य के लिए काफी संभावनाएं नजर आने लगी हैं। तीन टेस्ट, 16 वनडे और 19 टी-20 मैच का अंतरराष्ट्रीय अनुभव रखने वाले युवा हार्दिक ने खेल से जो छाप छोड़ी है, उसके बाद से उनकी तुलना महान ऑलराउंडर कपिल देव से की जाने लगी है। कप्तान विराट कोहली तो यहां तक कह चुके हैं कि बेन स्टोक्स जो काम इंग्लैंड के लिए करते हैं वह हार्दिक भारत के लिए कर सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में हार्दिक ने 55.50 की औसत से 222 रन बनाए। सीरीज में दोनों टीमों की ओर से उनसे ज्यादा रन सिर्फ रोहित शर्मा (296), एरोन फिंच (250), डेविड वार्नर (245) और अजिंक्य रहाणे (244) ही बना सके। सीरीज में हार्दिक ने 12 छक्के भी जड़े और इस मामले में उनसे आगे सिर्फ रोहित (14) रहे। हार्दिक ने छह विकेट भी झटके। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ नाथन कूल्टर-नाइल (10), केन रिचर्डसन (07) और कुलदीप यादव (07) रहे, जबकि युजवेंद्र चहल ने भी छह विकेट लिए। हार्दिक ने दो कैच लपकने के साथ एक बल्लेबाज को रनआउट भी किया।

हार्दिक का नाम सबसे पहले 2015 आइपीएल में सुर्खियों में आया। तब उन्होंने मुंबई इंडियंस की ओर से कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंदों पर 61* रन जड़े। जनवरी 2016 में सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में हार्दिक ने ऑलराउंडर के रूप में प्रभावित किया। उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 377 रन बनाए। उन्होंने दस विकेट भी लिए।

हार्दिक को जनवरी 2016 में ही एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच के जरिये अंतरराष्ट्रीय पदार्पण का मौका मिला। पिछले साल टी-20 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ हार्दिक के प्रदर्शन को भला कौन भुला सकता है। बांग्लादेश को जीत के लिए अंतिम तीन गेंदों पर सिर्फ दो रन चाहिए थे और हार्दिक ने दो विकेट लेकर भारत को एक रन से रोमांचक जीत दिलाई।

अक्टूबर 2016 में उन्होंने धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे पदार्पण किया। उन्होंने पहले ही मैच में मार्टिन गुप्टिल, कोरी एंडरसन और ल्यूक रोंची जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों के विकेट लेकर अपने चयन को सही ठहराया।

टेस्ट क्रिकेट में उनका आगाज इस साल जुलाई में गॉल टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ हुआ। उन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 49 गेंदों पर 50 रन जड़ दिए। सीरीज के पल्लेकल में हुए तीसरे टेस्ट में तो उन्होंने 96 गेंदों पर आठ चौके और सात छक्के के साथ 108 रन की तूफानी पारी खेल डाली। इतने बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद फिलहाल कपिल से हार्दिक की तुलना करना जल्दबाजी होगी।

कपिल ने 131 टेस्ट और 225 वनडे खेले। उन्होंने 9000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए और 650 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए। हार्दिक फिलहाल कपिल के आगे कहीं नहीं ठहरते हैं। रोबिन सिंह, संजय बांगर, लक्ष्मी रतन शुक्ला, रतिंदर सिंह सोढ़ी, इरफान पठान और स्टुअर्ट बिन्नी जैसे खिलाड़ियों को भी भविष्य का कपिल माना गया था, लेकिन सब जानते हैं कि ये आज कपिल की तुलना कहां ठहरते हैं। इसलिए फिलहाल हार्दिक को उनका स्वाभाविक खेल खेलने दें और हम सब उनके शानदार प्रदर्शन का लुत्फ उठाएं।

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का कहना है कि, 'हार्दिक में काफी क्षमता है जो भारतीय टीम की मदद करती है, लेकिन इस समय कपिल से उनकी तुलना करना ठीक नहीं है। कपिल सच में चैंपियन थे। हम 10-15 साल बाद इस पर चर्चा कर सकते हैं। तब तक उन्हें काफी लंबा रास्ता तय करना है'।

वहीं 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे पूर्व भारतीय खिलाड़ी मदन लाल का कहना है कि, 'हार्दिक ने अभी अपना करियर शुरू किया है। कपिल महान खिलाड़ी हैं। हार्दिक की कपिल से कोई तुलना नहीं होनी चाहिए। पहले उन्हें कपिल जितना खेलने दीजिए। उसके बाद ही उनकी कपिल से तुलना के बारे में सोचा जा सकता है'।

महान भारतीय ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि, 'हार्दिक मुझसे बेहतर हैं, लेकिन उन्हें काफी मेहनत करनी होगी। यह बहुत जल्दबाजी है। उनमें एक महान खिलाड़ी बनने की काबिलियत और क्षमता भी है'।

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