केपटाउन में हारा भारत फिर भी बने इतने सारे रिकॉर्ड्स, भारतीय गेंदबाज़ों ने पहली बार किया ऐसा
केपटाउन टेस्ट के चौथे दिन दोनों टीमों के मिलाकर 18 विकेट गिरे, जिसमें 15 विकेट शुरुआती दो सत्रों में ही गिर गए थे।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। केपटाउन टेस्ट के चौथे दिन भारतीय टीम को 72 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही द. अफ्रीका की टीम ने 3 टेस्ट मैच की इस सीरीज़ में 1-0 की बढ़त भी बना ली। भारतीय टीम को मिली ये हार काफी निराश करने वाली रही। चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 208 रन बनाने थे, लेकिन एक से बढ़कर एक बल्लेबाज़ों से सजी टीम इंडिया सिर्फ 135 रन बनाकर ही ढेर हो गई। इस मुकाबले में ढेरों रिकॉर्ड भी बने आइए जानते हैं उनके बारे में-
टीम इंडिया सिर्फ दो बार कर सकी है ऐसा
द. अफ्रीका में भारतीय टीम ने 18 टेस्ट मैच खेले हैं और शर्मनाक बात ये है कि इनमे से टीम इंडिया को सिर्फ दो ही मुकाबलों में जीत मिली है। केपटाउन में मिली ये हार भारत की नौवीं हार रही जबकि इससे पहले सात मैच ड्रॉ रहे हैं।
गेंदबाजों का रहा बोलबाला
केपटाउन टेस्ट के चौथे दिन दोनों टीमों के मिलाकर 18 विकेट गिरे, जिसमें 15 विकेट शुरुआती दो सत्रों में ही गिर गए थे। तीसरे सत्र में 3 विकेट गिरे। द. अफ्रीका ने चौथे दिन सिर्फ 65 रन पर अपने 08 विकेट गंवाए, उसने अपने पहले 65 रन दो विकेट के नुकसान पर बनाए थे।
साहा ने धौनी को छोड़ा पीछे
भले ही टीम इंडिया को इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन अपनी लाजवाब विकेटकीपिंग से भारतीय विकेटकीपर साहा ने सभी का दिल जीत लिया। इसके साथ ही साथ साहा ने धौनी के एक रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। साहा ने भारत के लिए इस मैच में 10 रिकॉर्ड कैच पकड़े। इससे पहले भारत की तरफ से एक मैच में सबसे ज्यादा लोगों को आउट (कैच व स्टंपिंग) का रिकॉर्ड धौनी के नाम था। उन्होंने 2014 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आठ कैच लेने के साथ एक स्टंपिंग की थी।
पहली बार हुआ ऐसा
भारतीय बल्लेबाज़ों ने भले ही सभी को इस मुकाबले में निराश किया हो, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों ने जिस तरह से विरोधी बल्लेबाज़ों को अपनी धार और रफ्तार से चकमा दिया वो तारीफ के काबिल रहा। इसी के साथ भारतीय गेंदबाज़ों ने एक ऐसा काम भी कर दिया जो आजतक पहले कभी भी नहीं हुआ था। पहली बार ऐसा हुआ है जब भारत के सभी तेज गेंदबाजों ने किसी टेस्ट की दोनों पारियों में कम से एक विकेट जरूर लिया है। पहली बार इस मैच में भुवी, शमी, पांड्या व बुमराह ने ऐसा किया।
चार गेंद पर लिए तीन विकेट
भारत को दूसरी पारी में जीत के लिए 208 रन की जरुरत थी, लेकिन द. अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ वरनेन फिलेंडर ने दूसरी पारी में 15.4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 42 रन देकर 6 विकेट लिए। उन्होंने यह 6 विकेट लेकर भारतीय टीम की कमर ही तोड़ दी। इसी के साथ उन्होंने इस मुकाबले में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। उऩ्होंने मैच का अंत भी बड़े ही शानदार अंदाज़ में किया। फिलेंडर ने चार गेंद पर तीन विकेट लिए और द. अफ्रीका को सीरीज़़ में 1-0 की बढ़त भी दिला दी। फिलेंडर ने दूसरी पारी में मुरली विजय, विराट कोहली, रोहित शर्मा, आर. अश्विन, शमी और बुमराह का शिकार किया।