आज ही के दिन दर्ज हुई थी टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत, जानिए उस मैच में क्या हुआ था
क्रिकेट इतिहास का वो मुकाबला अपने पीछे कई बड़े रिकॉर्ड्स छोड़ गया।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। आज ही के दिन क्रिकेट इतिहास में उस मैच का अंत देखने को मिला था जिसमें दर्ज की गई जीत आज तक रिकॉर्ड के रूप में कायम है। ये मुकाबला था दो दिग्गज क्रिकेट टीमों के बीच- ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड।
- सबसे बड़ा स्कोर
हम यहां बात कर रहे हैं 1938 की ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बारे में। ऑस्ट्रेलियाई टीम उस दौरान इंग्लैंड के दौरे पर थी। सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। मेजबान इंग्लिश टीम ने इस टेस्ट की पहली पारी में ऐसी बल्लेबाजी की, जिसने दुनिया को हैरान कर दिया। ओपनर लियोनार्ड हटन ने 364 रन की पारी खेली, तीसरे नंबर के बल्लेबाज लेलैंड ने 187 रनों की पारी खेली जबकि निचले क्रम में हार्डस्टाफ्नर ने नाबाद 169 रनों की पारी खेल डाली। इसके अलावा दो अन्य बल्लेबाजों ने भी अर्धशतक जड़े। आलम ये था कि स्कोर 7 विकेट पर 903 रन तक जा पहुंचा जिसके बाद इंग्लैंड ने अपनी पारी घोषित कर दी। ये उस समय एक पारी में क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर था। इस टेस्ट का कोई निर्धारित समय नहीं था इसलिए सब चाह रहे थे कि इंग्लैंड 1000 रन बनाकर ही पारी घोषित करे लेकिन कप्तान वॉली हैमंड ने ऐसा नहीं करने का फैसला लिया। बाद में 1997 में श्रीलंका ने भारत के खिलाफ छह विकेट पर 952 रन बनाकर उस रिकॉर्ड को तोड़ा था।
- इस गेंदबाज को किया बेहाल, बन गया सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड
इंग्लैंड की इस पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया के एक गेंदबाज का बल्लेबाजों ने ऐसा हाल किया कि वो एक शर्मनाक रिकॉर्ड बन गया। एक ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड जो आज तक कायम है। ये रिकॉर्ड था एक पारी में किसी गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन लुटाने का रिकॉर्ड। इस पारी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज फ्लीटवुड स्मिथ ने 87 ओवरों में मात्र एक विकेट लेते हुए अकेले 298 रन लुटा डाले थे। एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक रन लुटाने के मामले में दूसरे नंबर पर भारत के पूर्व खिलाड़ी राजेश चौहान हैं जिन्होंने 1997 में श्रीलंका के खिलाफ एक पारी में 276 रन लुटा दिए थे। उसी पारी में में श्रीलंका ने 952 रनों का विश्व रिकॉर्ड स्कोर खड़ा किया था।
- सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड
903 रनों का जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम जब बल्लेबाजी करने उतरी तो पहली पारी में वे 201 रन पर सिमट गए और इंग्लैंड ने उन्हें फॉलोऑन खिलाने का फैसला किया। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज और बेबस नजर आए, वे इस पारी में 123 रनों पर ही सिमट गए। नतीजतन इंग्लैंड ने पारी और 579 रनों से विशाल जीत दर्ज की। ये टेस्ट क्रिकेट इतिहास में आज भी सबसे बड़ी जीत के रूप में दर्ज है।