18 साल बाद मैदान पर फिर दिखा ये ‘अजीब’ नज़ारा, पूरी दुनिया रह गई दंग
क्रिकेट की दुनिया में एक बार फिर ऐसी घटना घटी जिसे खेलप्रेमियों ने 18 साल पहले देखा था।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। कहते हैं इतिहास अपने आप को जरूर दोहराता है। क्रिकेट में भी ये लागू होता है। मंगलवार को क्रिकेट की दुनिया में एक बार फिर ऐसी घटना घटी, जिसे खेलप्रेमियों ने 18 साल पहले देखा था। फर्क सिर्फ इतना है कि तब दुनिया ने ये नज़ारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा था और अब ये दृश्य भारत के घरेलू टूर्नामेंट में देखने को मिला।
फिर दिखा ये नजारा
भारत में इन दिनों रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जा रहा है। 17 अक्टूबर यानि मंगलवार को रणजी ट्रॉफी के ग्रुप डी के पश्चिम बंगाल और छ्त्तीसगढ़ के बीच हुए मुकाबले में कुछ ऐसा हुआ जो इससे पहले शायद ही कभी रणजी ट्रॉफी के इतिहास में हुआ हो। इस मैच में पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने स्लिप में नौ फील्डर लगाकर सबको हैरान कर दिया।
तिवारी ने इस वजह से किया ऐसा !
इस मैच में बंगाल की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 529 रन बनाए। इस विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए छत्तीसगढ़ की टीम सिर्फ 24 रन पर चार विकेट खो चुकी थी। खास बात ये थी कि ये चारों विकेट तेज़ गेंदबाजों ने ही लिए थे और इन चार बल्लेबाज़ों में छत्तीसगढ़ के कप्तान मोहम्मद कैफ का भी विकेट शामिल था। पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी समझ चुके थे कि इस विकेट पर तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिल रही है। तिवारी ने छत्तीसगढ़ पर बने दबाव और अपने तेज़ गेंदबाज़ों की गेंदों मोहम्मद शमी और अशोक डिंडा की धार और रफ्तार को देखते हुए स्लिप में नौ फील्डर लगा दिए। मोहम्मद शमी और अशोक डिंडा जब स्लिप में नौ फील्डरों के संग गेंदबाजी करते नजर आये तो नजारा देखने लायक था। तिवारी के स्लिप में नौ फील्डर लगाने का नतीज़ा ये हुआ कि छत्तीसगढ़ की पूरी टीम 110 रनों पर सिमट गयी। छत्तीसगढ़ की पहली पारी में अशोक डिंडा ने सात और मोहम्मद शमी ने दो विकेट लिए। इसका नतीज़ा ये रहा कि छत्तीसगढ़ की टीम को फॉलोऑन खेलने के लिए आना पड़ा।
कारगर रहा तिवारी का ये फैसला
फॉलोऑन खेलने उतरी छत्तीसगढ़ की पूरी टीम दूसरी पारी में 259 रन ही बना सकी और पश्चिम बंगाल ने ये मैच एक पारी और 160 रनों से जीत लिया। दूसरी पारी में मोहम्मद शमी ने 6 विकेट लिए तो अशोक डिंडा ने तीन विकेट चटकाए। स्लिप पर नौ फील्डर लगाने का तिवारी का ये फैसला कारगर रहा, ये बात इस मैच में पश्चिम बंगाल के तेज़ गेंदबाज़ों के आंकड़े साबित करते हैं। इस जीत के बाद तिवारी ने कहा कि वो नहीं चाहते थे कि किसी भी बल्लेबाज के बैट से लगा एज बेकार जाए।
ताज़ा हुई 18 साल पहले की वो यादें
मनोज तिवारी के स्लिप में नौ फील्डर लगाने के फैसले ने क्रिकेट फैंस की 18 साल पुरानी उन यादों को ताज़ा कर दिया, जब 23 अक्टूबर 1999 को ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव वॉ ने जिम्बाब्वे के खिलाफ स्लिप में नौ फील्डर तैनात कर दिए थे। हरारे में खेले जा रहे सीरीज़ के दूसरे वनडे मैच में स्टीव वॉ ने नौ नंबर के बल्लेबाज़ डेविड मुटेंद्रा के ऊपर मानसिक दबाव बनाने के लिए स्लिप पर नौ फील्डर खड़े कर दिए थे।