37 वर्ष का लंबा इंतजार, क्या मेलबर्न में अब बदलेगी भारतीय टीम की किस्मत?
भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने के लिए मेलबर्न टेस्ट मैच जीतना ही होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत को टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने के लिए तीसरे टेस्ट मैच यानी मेलबर्न में जीत हासिल करनी ही होगी क्योंकि यहां पर जीतने के लिए भारतीय टीम एक लंबे अरसे से इंतजार कर रही है। अब देखना ये है कि क्या भारतीय टीम का ये इंतजार खत्म होता है या फिर टीम इंडिया को एक बार फिर से हार ही मिलती है।
37 वर्ष पहले भारत को मेलबर्न में मिली थी जीत
भारतीय क्रिकेट टीम को मेलबर्न में 37 वर्ष पहले यानी वर्ष 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत मिली थी। इस मैच में भारत ने कंगारू टीम को 59 रनों से हराया था। भारतीय टीम को ये जीत सुनील गावस्कर की कप्तानी में मिली थी जबकि मेजबान टीम की कमाल ग्रेग चैपल के हाथों में थी। इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच भारतीय खिलाड़ी गुंडप्पा विश्वनाथ बने थे। इस मैच के बाद से अब तक दोनों टीमों के बीच कुल सात टेस्ट मैच खेले गए जिसमें से कंगारू टीम ने पांच मैच जीते वहीं दो मुकाबले ड्रॉ रहे। अब भारत विराट की कप्तानी में 37 वर्ष के लंबे इंतजार को खत्म करने की कोशिश करेगा।
बॉक्सिंग डे टेस्ट में इस मैदान पर भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब
भारतीय टीम ने मेलबर्न में अब तक ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उसे आठ में हार मिली है जबकि दो मैचों में ही जीत मिली है। अन्य दो मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इस मैदान पर बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में दोनों टीमों का सामना कुल सात बार हुआ है। इसमें भारतीय टीम को पांच मैचों में हार मिली है तो दो मैच ड्रॉ रहे हैं। यानी बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को मेलबर्न में अब तक किसी भी मैच में जीत नहीं मिली है जो काफी निराश करने वाला रिकॉर्ड है। भारत ने मेलबर्न में वर्ष 2014 में आखिरी बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच धौनी की कप्तानी में खेला था जो ड्रॉ रहा था। इसके बाद धौनी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और विराट ने टेस्ट टीम की कमान संभाली थी।
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