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भारतीय दिग्गजों ने की जिस खिलाड़ी की वकालत, उसी को टीम में नहीं मिली जगह

भारत की तरफ से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में दो दोहरे शतक जड़ने वाले सलामी बल्लेबाज को महामुकाबले के लिए प्लेइंग इलेवन तो छोड़िए फाइनल फिफ्टीन में भी जगह नहीं मिली है। वहीं अभी तक करियर में एक भी शतक नहीं जड़ने वाले खिलाड़ी को मौका मिला है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 09:33 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 09:33 AM (IST)
भारतीय दिग्गजों ने की जिस खिलाड़ी की वकालत, उसी को टीम में नहीं मिली जगह
मयंक अग्रवाल फाइनल फिफ्टीन से बाहर हैं

नई दिल्ली, जेएनएन। मंगलवार 15 जून को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारत की फाइनल 15 का ऐलान कर दिया। टीम मैनेजमेंट ने जो नाम बीसीसीआइ को दिए उनमें एक ऐसे खिलाड़ी नाम शामिल नहीं है, जिसने शानदार प्रदर्शन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में किया है। यहां तक कि दो दोहरे शतक भी इस बल्लेबाज ने जड़े हैं, लेकिन निरंतरता को ध्यान में रखते हुए उनको मौका नहीं दिया गया है।

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दरअसल, हम बात कर रहे हैं मयंक अग्रवाल की, जिनको विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए रोहित शर्मा के दूसरे जोड़ीदार सलामी बल्लेबाज के रूप में देखा जा रहा था, क्योंकि उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 850 से ज्यादा रन बनाए हैं। इतना ही नहीं, भारत की तरफ से मयंक अग्रवाल एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने इस टूर्नामेंट में 2 दोहरे शतक जड़े हैं। बावजूद इसके मयंक को प्लेइंग इलेवन तो छोड़िए फाइनल 15 में भी नहीं रखा गया है।

आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में मयंक अग्रवाल 12वें नंबर पर हैं। वहीं, इस टूर्नामेंट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में वे उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, ओपनर रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली के बाद चौथे स्थान पर हैं। मयंक ने 12 टेस्ट मैचों की 20 पारियों में 42.85 के औसत से 3 शतक और दो अर्धशतकों के साथ 857 रन बनाए हैं। 104 चौके भी उन्होंने जड़े हैं।

आपको ये बात भी जानकार हैरानी होगी कि भारतीय टीम के ही नहीं, बल्कि कुछ विदेशी पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस बात की वकालत की थी कि मयंक अग्रवाल को रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में करानी चाहिए। हालांकि, टीम मैनेजमेंट को कुछ और ही मंजूर था। उन्होंने रोहित शर्मा के जोड़ीदार के तौर पर अनुभवी मयंक को नहीं, बल्कि युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को चुना है।

शुभमन गिल ने डेब्यू के बाद 7 टेस्ट मैचों की 13 पारियों में 34.36 के औसत से अब तक 378 रन बनाए हैं, जिसमें एक भी शतक शामिल नहीं है। 3 अर्धशतक उन्होंने जरूर जड़े हैं, लेकिन शतक का सूखा अभी भी जारी है। यही कारण था कि वीरेंद्र सहवाग और अजीत अगरकर जैसे दिग्गज चाहते थे कि मयंक अग्रवाल न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करें, लेकिन टीम मैनेजमेंट को ये पसंद नहीं है।

क्यों नहीं मिली मयंक को जगह?

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए 15 सदस्यीय टीम चुनने के लिए शायद टीम मैनेजमेंट ने इंट्रा स्क्वाड मैच को भी एक आधार बनाया होगा। इस मैच में मयंक का बल्ला नहीं चला था। वहीं, रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल पिछले करीब सात टेस्ट मैचों से ओपनिंग करते आ रहे हैं। ऐसे में इस निरंतरता को बरकरार रखने के लिए टीम प्रबंधन शुभमन गिल के साथ गया होगा। इसके अलावा पिछले कुछ मैचों में मयंक अग्रवाल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, जो कि उनके टीम से बाहर होने का प्रमुख कारण रहा होगा।


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