IND vs SA: वनडे सीरीज में भारत रच सकता है इतिहास, कभी नहीं हुआ है ऐसा
भारतीय टीम ने मेजबानों को सीरीज के पहले दो वनडे मैचों में बुरी तरह से शिकस्त दी। जिसे देखकर लगता है इतिहास रच सकती है टीम इंडिया
नई दिल्ली, रवीन्द्र प्रताप सिंह। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत को टेस्ट सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा हालांकि टीम इंडिया ने तीनों टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका को कड़ी चुनौती दी थी। लेकिन वनडे सीरीज शूरू होने से पहले शायद दक्षिण अफ्रीका की टीम ने ये सोचा भी नहीं होगा कि भारत इतनी जल्दी ऐसा पलटवार करेगा।
भारतीय टीम ने मेजबानों को सीरीज के पहले दो वनडे मैचों में बुरी तरह से शिकस्त दी। डरबन वनडे में जहां टीम इंडिया ने मेजबानों को 6 विकेट से हराया तो वहीं सेंचुरियन में मेहमानों ने 9 विकेटों से बड़ी जीत दर्ज की। भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद तो अब सीरीज ही नहीं बल्कि मेहमानों के क्लीन स्वीप के इरादे से मैदान में उतरेगी।
कप्तान विराट कोहली की शानदार फॉर्म
दक्षिण अफ्रीका में कप्तान विराट कोहली का बल्ला जमकर बोल रहा है। वहां की तेज पिचों पर भी कोहली लगातार रन बनाते जा रहे हैं। मेजबान टीम का कोई भी गेंदबाज कोहली पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। डरबन में खेले गए पहले वनडे मैच में कोहली ने शानदार शतक लगाया तो वहीं दूसरे वनडे में वो 46 रन बनाकर नाबाद लौटे। मेजबान कोहली को रोक पाने फेल हो गए हैं। कोहली का यह ‘विराट’ फॉर्म देखकर तो यही लगता है टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका में इतिहास रचकर ही लौटेगी।
टीम इंडिया को जल्दी ब्रेकथ्रू दिलाते भुवनेश्वर और बुमराह
अभी तक टेस्ट सीरीज से लेकर वनडे सीरीज के 2 मैचों को मिलाकर मेजबान टीम के ओपनर्स ने कभी भी शतकीय साझेदारी नहीं कर पाए हैं। इसका कारण सिर्फ भारतीय तेज गेंदबाजी ही रही है। भुवनेश्वर और बुमराह उनके ओपनर्स को ज्यादा देर तक टिकने नहीं दे रहे हैं। हालांकि वनडे सीरीज में भले ही दोनों गेंदबाजों को 2-2 विकेट ही मिले हैं। लेकिन अगर तेज गेंदबाज ऐसे ही अपना काम करते रहे तो भारत को सीरीज में सूपड़ा साफ करने में कोई भी मुश्किल नहीं होनी चाहिए।
मेजबानों के लिए चहल और यादव हैं अबूझ पहेली
मेजबान टीम भारतीय स्पिनर्स युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव के आगे बेबस नजर आने लगी है। सीरीज का पहला मैच डरबन में खेला गया जहां भारतीय स्पिनर्स के खाते में आधी मेजबान टीम यानि कि 5 विकेट गए। वहीं सेंचुरियन में खेले गए दूसरे वनडे मैच में युजवेंद्र ने 5 और कुलदीप ने 3 विकेट सहित स्पिनर्स की झोली में 8 विकेट डाल दिये। इस मैच में मेजबान महज 118 रनों पर ढेर हो गये। अगर आने वाले 4 वनडे मैचों में चहल और कुलदीप ये प्रदर्शन दोहरा दें तो भारत के लिए क्लीन स्वीप कोई बड़ी नहीं होगी।
खिलाड़ियों की चोट मेजबानों के लिए बनी बड़ी बाधा
मेजबान टीम मेहमानों के बेहतरीन प्रदर्शन के अलावा अपने खिलाड़ियों की चोटों से भी परेशान है। इस समय मेजबान टीम के तीन बड़े खिलाड़ी जो किसी भी मैच को पलटने का माद्दा रखते हैं घायल हैं। एबी डिविलियर्स पहले तीन वनडे मैचों से पहले ही बाहर हैं, पहले और दूसरे वनडे मैचों में क्रमश: कप्तान फाफ डु प्लेसी और विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक भी चोटिल हो गए जिसके चलते मानसिक रूप से मेजबान अपने आप को थोड़ा कमजोर महसूस कर रहे होंगे। ये बातें भी भारत के फेवर में जाती हैं जिससे हम ये कह सकते हैं कि भारतीय टीम इस सीरीज में क्लीन स्वीप कर इतिहास रच सकती है।