मोहम्मद सिराज ने पिता का सपना पूरा किया, उनके अंतिम संस्कार में भी नहीं हो पाए थे शामिल
Ind vs Aus भारतीय तेज गेंदबाज मो. सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट मैच की पहली पारी में अच्छी गेंदबाजी करते हुए दो विकेट लिए। सिराज को टीम में मो. शमी की जगह शामिल किया गया।
मुंबई, प्रेट्र। भारतीय तेज गेंदबाज मुहम्मद सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन उन्होंने मेलबर्न में भारत के लिए टेस्ट में पदार्पण करके अपने परिवार को गौरवान्वित किया है।
26 वर्षीय सिराज के दिवंगत पिता मुहम्मद घौस हैदरबाद में ऑटो चालक थे। भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंची तो 20 नवंबर को उनके पिता का निधन हो गया और वह कोविड-19 के नियमों की वजह से घर नहीं लौट पाए। उनके भाई स्माइल ने कहा कि यह उनके दिवंगत पिता का सपना था कि वह सिराज को देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलता देखें और शनिवार को आखिरकार यह सपना पूरा हो गया।
परिवार के सदस्य यह पल देखने के लिए सुबह चार बजे ही टीवी के सामने बैठ गए थे। स्माइल ने कहा कि टीम घोषित हुई तो हम संतुष्ट हो गए कि वह पदार्पण करने जा रहा है, लेकिन हमें पूरी रात नींद नहीं आई। हम बेसब्री से इंतजार कर रहे थे कि वह अब गेंद करेगा, लेकिन लंच तक उसे गेंदबाजी ही नहीं दी गई, लेकिन लंच के बाद पहला ओवर करके उसने इस इंतजार को खत्म कर दिया।
भारतीय तेज गेंदबाज मो. सिराज ने कहा कि, लंच के बाद जब मुझे गेंदबाजी के लिए लगाया गया तब तक पिच बल्लेबाजों को मदद करने लगी थी। ऐसे में मेरी रणनीति अधिक से अधिक खाली गेंद करना था, जिससे कि मैं बल्लेबाजों पर दबाव बना सकूं। वहां गेंदबाजी करने के लिए मेरे हाथों में खुजली हो रही थी। आपको बता दें कि सिराज ने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और पहली पारी में 15 ओवर में 40 रन देकर 2 विेकेट लिए और उन्होंने इसमें 4 ओवर मेडन फेंके। सिराज ने मार्नस लाबुशाने और कैमरून ग्रीन का विकेट लिया था। पहली पारी में कंगारू टीम 195 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गए थे।