आइपीएल ही नहीं,आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पर भी कोरोना का साया
कोविड--19 के कारण अब तक टेस्ट चैंपियनशिप की तीन सीरीज स्थगित हो चुकी हैं और आगामी कई सीरीज पर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया की रफ्तार को धीमी कर दी है। इस वक्त इस महामारी की वजह से दुनिया के लगभग हर देश लॉकडाउन की स्थिति में हैं। क्रिकेट के सभी आयोजन कोरोना के कारण स्थगित कर दिए गए हैं। भारत, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश ने अपनी सीरीज को स्थगित कर दिया है।
कोरोना के दिन-ब-दिन ब़़ढते प्रकोप के कारण इस साल आइपीएल का आयोजन तो अधर में है ही, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर भी खतरा मंडरा रहा है। कोविड--19 के कारण अब तक टेस्ट चैंपियनशिप की तीन सीरीज स्थगित हो चुकी हैं और आगामी कई सीरीज पर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
सबसे पहले मार्च में श्रीलंका-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज स्थगित करनी पड़ी, उसके बाद अप्रैल में पाकिस्तान-बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच नहीं हो पाया और अब जून में बांग्लादेश-ऑस्ट्रेलिया के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज को भी स्थगित कर दिया गया है।
पिछले साल एक अगस्त को बर्मिघम में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज के पहले मैच से टेस्ट चैंपियनशिप का आगाज हुआ था। इसका फाइनल अगले साल 10-14 जून को लॉर्ड्स में होना है और उसके अगले ही महीने यानी जुलाई से टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण के शुरू होने की बात है, जो जून, 2023 तक चलेगी।
इस समय जो हालात हैं, उसमें पहले संस्करण का ही तय समय पर पूरा हो पाना नामुमकिन नजर आ रहा है। अभी भी एक दर्जन से अधिक टेस्ट सीरीज बाकी हैं। चैंपियनशिप का आखिरी टेस्ट मैच भारत--न्यूजीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च में हुआ था, जिसे न्यूजीलैंड ने सात विकेट से जीतकर 2--0 से सीरीज जीती थी।
टेस्ट क्रिकेट के वजूद पर सवालिया निशान :
कोरोना ने टेस्ट चैंपियनशिप ही नहीं, क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप के वजूद पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। टेस्ट मैचों की लोकप्रियता ब़़ढाने के लिए ही टेस्ट चैंपियनशिप की शुरआत की गई थी। एक दशक के लंबे गतिरोध के बाद पिछले साल यह शुरू हो पाई थी। इसके अधर में लटकने से टेस्ट क्रिकेट का भविष्य एक बार फिर संकट में आ गया है।