ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना यह भारतीय खिलाड़ी, नहीं मिल रहा तोड़
रोहित शर्मा के कमाल और अक्षर पटेल की घातक गेंदबाजी ने भारत ने बनाया रिकॉर्ड...
नागपुर, अभिषेक त्रिपाठी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बेंगलुरु की गलती को नागपुर में सुधारते हुए भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में जगह दी। इन तीनों की वापसी और अक्षर पटेल, केदार जाधव और हार्दिक पांड्या की उम्दा गेंदबाजी की बदौलत भारत ने पांच मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 50 ओवरों में नौ विकेट पर सिर्फ 242 रनों पर ही रोक दिया।
कंगारुओं के लिए सिरदर्द बना यह खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमेशा शानदार प्रदर्शन करने वाले रोहित (125) ने इस टीम के खिलाफ छठा शतक लगाते हुए भारतीय टीम को सात विकेट से जीत दिला दी। टीम इंडिया ने फिर से नंबर वन का ताज हासिल करते हुए पहली बार इस टीम को 4-1 से सीरीज में मात दी। रोहित ने 11 चौके और पांच गगनचुंबी छक्के लगाए। रोहित ने 94वीं गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया। रोहित ने इस टीम के खिलाफ 28 वनडे में 68 से ज्यादा औसत से 1700 से ज्यादा रन बनाए हैं। रोहित उसी तरह कंगारू टीम के लिए सिरदर्द बन गए हैं, जैसे एक समय में सिचन तेंदुलकर थे। रोहित ने इस मैच में कप्तान विराट कोहली (39) के साथ दूसरे विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी की। रोहित और कोहली को जांपा ने आउट किया।
रहाणे का लगातार चौथा अर्धशतक
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने उम्दा शुरुआत की। गेंद बल्ले तक धीमे आ रही थी, लेकिन रोहित और अजिंक्य रहाणे (61) ने पहले विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की। खासकर रोहित ने उम्दा बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया। शुरुआत में उन्होंने गेंदों को समझा और बाद में बहुत मारा। रहाणे ने करियर का 23वां और इस सीरीज का लगातार चौथा अर्धशतक लगाया। जब वह 56 रन पर थे तो फॉकनर की गेंद पर विकेटकीपर मैथ्यू वेड ने उनका कैच छोड़ा, लेकिन पांच रन जोड़ने के बाद ही वह नाथन कूल्टर-नाइल की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। उन्होंने रिव्यू भी लिया, लेकिन वह बेकार गया।
कप्तान कोहली को रहता है इस खिलाड़ी पर भरोसा
स्पिनरों का अहम योगदान
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को डेविड वॉर्नर (53) और एरोन फिंच (32) ने सधी हुई शुरुआत दिलाई, लेकिन हार्दिक पांड्या ने खतरनाक फिंच को आउट करके भारत को जरूरी विकेट दिलाया। इसके बाद अक्षर, केदार और कुलदीप ने कंगारुओं पर ऐसा दबाव बनाया, जिससे वे उबर नहीं पाए। इन तीनों ने 30 ओवरों में सिर्फ 134 रन खर्चे और चार विकेट लिए। दायें हाथ के पार्टटाइम स्पिनर केदार ने तो लगभग अंडर आर्म गेंदबाजी करते हुए मेहमानों को खूब छकाया और उनके कप्तान स्टीव स्मिथ को एलबीडब्ल्यू आउट किया। भारतीय स्पिनरों ने ऐसा दबाव बनाया कि 100 रनों पर एक विकेट गंवाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 118 रनों पर चार विकेट गंवा दिए।
अक्षर ने चटकाए तीन विकेट
युजवेंद्र चहल की तबीयत खराब होने के कारण अक्षर को इस मैच में भी मौका मिला और उन्होंने उसको सही साबित करते हुए 38 रन पर तीन विकेट चटकाए। उन्होंने 23वें ओवर में वॉर्नर, तो 25वें ओवर में 118 के कुल स्कोर पर पीटर हैंड्सकोंब (13) को चलता किया। 43वें ओवर में उन्होंने ट्रेविस हेड (42) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका दिया। खतरनाक लग रहे मार्कस स्टोइनिस (46) को डेथ ओवरों में बुमराह ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने खराब फॉर्म में चल रहे मैथ्यू वेड को आउट किया। ऐसा लग रहा था कि वेड को गेंद ही नहीं दिखाई दे रही। कई बार गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से में लगी। आखिरी ओवर में जेम्स फॉकनर (12) रनआउट हुए तो कूल्टर-नील को भुवनेश्वर ने बोल्ड किया। स्मिथ ने रिचर्डसन की जगह फॉकनर को शामिल किया था, लेकिन उनका कोई फायदा नहीं मिला।
भुवी-बुमराह का फायदा मिला
फिंच -वॉर्नर ने शुरुआती दस ओवरों में भुवी, बुमराह और पांड्या पर दस चौके मारते हुए 60 रन बनाए। शुरुआत में नई गेंद पर बुमराह भले ही अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन आखिरी ओवरों में उन्होंने मेहमानों पर दबाव बनाया। आखिरी दस ओवरों में तीन ओवर फेंकने वाले बुमराह ने इस स्पैल में सिर्फ 11 रन दिए, जबकि स्टोइनिस काफी खतरनाक लग रहे थे। यही कारण था कि ऑस्ट्रेलिया टीम आखिरी दस ओवरों में सिर्फ 52 रन बना सकी।