फिरोजशाह कोटला बना अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम, विराट कोहली स्टैंड का भी हुआ अनावरण
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला को अब अरुण जेटली स्टेडियम नाम से जाना जाएगा। इसमें एक स्टैंड का नाम विराट कोहली पवेलियन रखा गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में एक समारोह में गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री जेटली के परिवार और पूरी भारतीय टीम की मौजूदगी में फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के नाम को आधिकारिक रूप से बदला गया। कार्यक्रम में पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव और वीरेंद्र सहवाग के अलावा खेल मंत्री किरण रिजिजू, पूर्व खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा नेता मनोज तिवारी भी मौजूद रहे। भारतीय कप्तान कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ पहुंचे, जबकि टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। अमित शाह ने पूरी भारतीय टीम को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
डीडीसीए ने विराट के नाम पर भी फिरोजशाह कोटला पर नए पवेलियन स्टैंड का भी अनावरण किया। कोहली हाल में टेस्ट क्रिकेट में महेंद्र सिंह धौनी को पीछे छोड़ते हुए भारत के सबसे सफल कप्तान बने। इस मौके पर अंडर-19 खिलाड़ी से लेकर भारतीय कप्तान बनने के कोहली के सफर को वीडियो के जरिये दिखाया गया। जब एंकर मनीष पॉल ने मुख्य कोच रवि शास्त्री से विराट के बारे में पूछा कि उनको कौन से गाने पसंद हैं तो उन्होंने कहा कि शिखर धवन से पूछो। जब शिखर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शादी के पहले या शादी के बाद। शिखर ने कहा कि उन्हें पंजाबी गाने, मलकीत सिंह के गाने पसंद हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अरुण जेटली स्टेडियन में अपने नाम का स्टैंड होने पर खुशी जाहिर की और कहा कि ये मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। विराट ने कहा कि घर से निकलते हुए मैंने अपने परिवार को एक कहानी सुनाई और बताया कि वर्ष 2001 में मुझे एक टिकट मिला और मैं कोटला में मैच देखने पहुंचा। मैंने वहां पर भारतीय खिलाड़ियों को खेलते हुए देखा और बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ से ऑटोग्राफ मांग रहा था। आज वक्त बदल गया और इस स्टेडियम में मेरे नाम पर एक स्टैंड है जो अपने आप में कमाल है।
इस कार्यक्रम में डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि विराट के अंदर हार को जीत में बदलने का हुनर है। मैंने जब विराट कोहली के नाम पर स्टैंड का नाम रखने का फैसला किया था तो मैंने ये बात अरुण जेटली जी को बताई थी। उन्होंने मुझे कहा था कि ये सही फैसला है क्योंकि विश्व क्रिकेट में विराट कोहली जैसा खिलाड़ी नहीं है। अरुण जेटली ने मुझसे हमेशा कहा कि हार को जीत में बदलने का हुनर सीखना है तो अमित शाह और विराट कोहली से सीखो।
इस कार्यक्रम में भारतीय क्रिेकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव और पू्र्व ऑलराउंडर अजय जडेजा भी मौजूद थे। कपिल देव ने इस मौके पर कहा कि विराट कोहली के नाम पर स्टैंड होना बेहतरीन है। अरुण जेटली के लिए जो डीडीसीए ने किया है वो उनके योगदान के लिहाज से कम है। अजय जडेजा ने कहा कि विराट कोहली एक स्पेशल खिलाड़ी हैं वो इस तरह के सम्मान के हकदार हैं।
इस समारोह के दौरान डीडीसीए ने दिल्ली में दो एकेडमी खोलने का ऐलान किया है जिसमें गरीब बच्चों को क्रिकेट की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। इस एकेडमी में गौतम गंभीर, कपिल देव, आशीष नेहरा, वीरेंद्र सहवाग भी ट्रेनिंग देने आएंगे।
इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि देश मे क्रिकेट ने जो सफलता अंकित की है, बाकी खेलों को उसकी केस स्टडी करनी चाहिए। पिछली सदी के सातवें दशक में जब हारते थे तो लगता कि कब जीतेंगे। 1983 में कपिल देव ने उनको बदल दिया। जब खेल में तालिका में पदक काम आते हैं तो मन खराब हो जाता है। बाकी खेलों के लोगों को इस बारे में सोचना चाहिए। मोदी जी की सरकार ने इस दिशा में कदम उठाए हैं। एक दिन हम उस टैली में नंबर वन नजर आएंगे। अमित शाह ने कहा कि बीसीसीआइ और उसके राज्य क्रिकेट संघ के पास काफी धन है। उसे बाकी खेलों की भी मदद करनी चाहिए। अगर ऐसा होगा तो बाकी खेल भी क्रिकेट की तरह तरक़्क़ी करेंगे। जब यह कार्यक्रम तय हुआ तो अरुण जी थे, अब जब यह कार्यक्रम हो रहा है तो वह नहीं हैं। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। बीसीसीआइ आज जिस मुकाम पर है उसमें जेटली जी का बहुत योगदान है। डालमिया जी ने बीसीसीआइ को यह स्वरूप दिया, तो जेटली जी ने आइपीएल की कानूनी प्रक्रिया को पूरा किया जिससे खेल का हर स्वरूप बना रहा। जब मैं गुजरात क्रिकेट संघ में था तो आइपीएल का स्वरूप तय हो रहा था। मैंने देखा कैसे उन्होंने आइपीएल की कानूनी प्रक्रिया को पूरा किया। एक बार जब गुजरात मे भाजपा की सरकार थी तो रात में किसी कानूनी प्रकरण पर चर्चा हो रही थी। जब कोई हल नहीं निकला तो हमने जेटली को फोन करने के लिए सोचा लेकिन रात में हो चुकी थी। मुझे पता था कि वह जल्दी सो जाते थे लेकिन उस समय भारतीय टीम वेस्टइंडीज में खेल रही थी। मैं समझ गया वह मैच देख रहे होंगे। जग रहे होंगे। हमने कॉल किया उन्होने पहली रिंग में ही उठा लिया और हमारी बात हो गई।
खेल मंत्री किरन रिरिजू ने कहा कि अरुण जेटली के नाम पर स्टेडियम रखना बहुत शानदार फैसला है। मैं डीडीसीए को धन्यवाद देता हूँ। मैं यहां पर मौजूद भारतीय टीम और बीसीसीआइ के लोगों से कहना चाहूंगा कि देश मे खेल का माहौल बने।