एशेज से पहले अंग्रेज गेंदबाज का दावा, ब्रिस्बेन में 31 साल का सूखा खत्म करेंगे
इस गेंदबाज का मानना है कि हाल के वर्षो में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की पिचें एकसमान रही हैं।
ब्रिस्बेन, रॉयटर्स। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का मानना है कि उनकी टीम ब्रिस्बेन में 31 साल के जीत के सूखे को खत्म करने उतरेगी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 23 नवंबर से आठ जनवरी 2018 तक पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज खेली जाएगी। सीरीज का पहला मैच यहां ब्रिस्बेन में शुरू होगा।
एंडरसन ने कहा कि दोनों टीमें पिछले दो वर्षो में बदलाव के दौर से गुजरी हैं। मुझे लगता है कि दोनों टीमों में वास्तविक गुण दिखाई देने लगे हैं। इंग्लैंड 1986 के बाद से ब्रिस्बेन में एक भी मैच नहीं जीत पाया है। एंडरसन ने कहा कि गाबा ऑस्ट्रेलिया के लिए गढ़ की तरह रहा है और वह वहां 1988 के बाद से एक भी मैच नहीं हारा है। इसलिए यहां का परिणाम उनके पक्ष में रहता आ रहा है।
उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि इस बार इंग्लैंड यहां पर 31 साल के सूखे का समाप्त करेगी। मेरा मानना है कि यहां ड्रॉ हो या जीत, यह मैच सीरीज की नजर से काफी अहम होगा।
35 वर्षीय एंडरसन का मानना है कि हाल के वर्षो में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की पिचें एकसमान रही हैं। इसलिए यहां की पिचों पर भी एक जैसी ही चुनौती मिलेगी।
इंग्लैंड की टीम ने 2010-11 में आखिरी बार एशेज सीरीज 3-1 से जीती थी। उस सीरीज में एंडरसन ने कुल 24 विकेट लिए थे। हालांकि उसके बाद से इंग्लैंड को दो बार 0-5 से एशेज सीरीज गंवानी पड़ी है। एंडरसन इंग्लैंड के लिए 129 टेस्ट मैचों में अब तक 506 विकेट ले चुके हैं और ऐसा करने वाले वह इंग्लैंड के पहले गेंदबाज हैं।
एंडरसन ने कहा कि मुझे लगता है कि यहां पर वैसी ही गेंदबाजी करनी पड़ेगी जैसी मैं इंग्लैंड में करता हूं। यहां पर अधिक स्विंग नहीं मिलने वाली है इसलिए मेरे लिए यह अहम है कि विकेट लेने के लिए मुझे और कोई तरीका ढूंढना होगा।