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टॉयलेट में मच्छर और मैदान में कार, ये है डीडीसीए की रखवाली का हाल

पूर्व न्यायधीश विक्रमजीत सेन इस समय डीडीसीए के प्रशासक हैं और उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

By Bharat SinghEdited By: Published: Sat, 04 Nov 2017 10:39 AM (IST)Updated: Sat, 04 Nov 2017 12:44 PM (IST)
टॉयलेट में मच्छर और मैदान में कार, ये है डीडीसीए की रखवाली का हाल

नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बीच पालम स्टेडियम में चल रहे रणजी मैच की मेजबानी दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) को करनी थी लेकिन एक नवंबर को भारत-न्यूजीलैंड टी-20 मैच की मेजबानी मिलने के कारण उसने इस मैच को सर्विस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) के अंतर्गत आने वाले इस मैदान में कराने का निर्णय लिया। 

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यह मैच भले ही एसएससीबी के मैदान में हो रहा है लेकिन इसकी मेजबानी की जिम्मेदारी डीडीसीए की ही है और हालत यह है कि बीसीसीआइ के कई स्टार खिलाड़ियों के खेलने के बावजूद वहां पर डीडीसीए के गिने-चुने अधिकारी ही नजर आते हैं।

उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के एक अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को मैं खुद इस मैच को देखने गया था तो वहां पर न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम थे और न ही अन्य सुविधाएं। खिलाड़ियों के टॉयलेट में मच्छर पनप रहे थे। न ही चाय-नाश्ते का इंतजाम था और न ही कोई किसी को पूछ रहा था। रणजी मैच में ऐसी बदइंतजामी कम ही देखने को मिलती है। पूर्व न्यायधीश विक्रमजीत सेन इस समय डीडीसीए के प्रशासक हैं और उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए। 

वहीं, जब इस बारे में आइपीएल चेयरमैन और यूपीसीए के निदेशक राजीव शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी जगह जहां पर बोर्ड पर लिखा है कि अनधिकृत प्रवेशकर्ता को गोली मार दी जाएगी, वहां पर एक कार चालक पिच तक पहुंच जाता है। निश्चित तौर पर ये और सुरक्षा में चूक का मामला है। डीडीसीए को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। वहीं डीडीसीए के पूर्व संयुक्त सचिव दिनेश शर्मा ने कहा कि यह घटना वर्तमान संघ की कार्यप्रणाली का उम्दा नमूना है। डीडीसीए मेजबान है और सुरक्षा की जिम्मेदारी वह एसएससीबी पर नहीं थोप सकता।

अभी तक दिल्ली में रणजी ही नहीं डीडीसीए की मेजबानी में अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-19 के भी जो मैच होते हैं उसमें भी सुरक्षा की जिम्मेदारी डीडीसीए की ही होती है। उसके अधिकारियों को अपनी मेजबानी में होने वाले मैचों पर उपस्थित होना चाहिए।

बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना का कहना है, 'हम मैच आयोजित करने वाले सर्विस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) के साथ संपर्क में हैं। यह चिंता का विषय है। कल्पना कीजिए कि अगर वह शख्स कोई मंशा लेकर मैदान पर घुसा होता तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती थी।' डीडीसीए के प्रशासक विक्रमजीत सेन  का कहना है, 'एक नवंबर को फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारत-न्यूजीलैंड का मैच था और इसी कारण इस रणजी मैच को एसएसबी के मैदान में आयोजित कराया गया। मैं जानकारी ले रहा हूं। 24 घंटे के बाद ही कुछ अपडेट दे पाऊंगा।' उत्तर प्रदेश के कप्तान सुरेश रैना का कहना है, 'रणजी मैच में इस तरह का व्यवधान बहुत ही परेशान करने वाला है। किसी को भी ऐसी उम्मीद नहीं थी। शुक्र है कि सभी सुरक्षित हैं।'

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