जीत के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने मैदान पर किया नागिन डांस, फिर हुई लड़ाई और तोड़फोड़
बांग्लादेशी टीम ने मैच जीतने के बाद बांग्लादेशी टीम ने ड्रेसिंग रूम में की तोड़फोड़।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच शुक्रवार को खेले नॉक आउट मैच में बांग्लादेश ने रोमांचक जीत दर्ज़ की। इस जीत के साथ ही बांग्लादेश ने फाइनल का टिकट भी हासिल कर लिया। कांटे के इस मुकाबले में रोमांच के साथ साथ दर्शकों को बेहतरीन क्रिकेट के साथ-साथ झड़प और जीत के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों का नागिन डांस भी देखने को मिला। इस मैच में बांग्लादेश की जीत के हीरो रहे 18 गेंदों में 43 रन की दमदार पारी खेलने वाले महमुदुल्लाह। महमुदुल्लाह ने इस पारी के दौरान तीन चौके और दो छक्के जड़कर बांग्लादेश को फाइनल का टिकट दिला दिया। फाइनल में बांग्लादेश की भिड़ंत रविवार को भारत से होगी। इस ट्रॉफी में बांग्लादेश और भारत के बीच दो मुकाबले हुए हैं और दोनों ही बार बांग्लादेश का हार का मुंह देखना पड़ा।
छक्के से मिली बांग्लादेश को जीत
मैच की आखिरी दो गेंदों पर बांग्लादेश को जीत के लिए दो गेंदों में छह रन की दरकार थी। पांचवीं गेंद पर महमुदुल्लाह ने बेहतरीन छक्का जड़कर इस रोमांचक मुकाबले में अपनी टीम को जीत दिला दी। इस जीत के बांग्लादशी खिलाड़ियों मे मैदान पर नागिन डांस भी करते हुए जीत का जश्न मनाया।
जीत के बाद हुआ बवाल
मैच जीतने के बाद भी बांग्लादेशी टीम ने गली-मुहल्लों की टीम की तरह व्यवहार करते हुए मैदान में नागिन डांस शुरू कर दिया। उनके कुछ खिलाडि़यों ने टीशर्ट उतारी और श्रीलंकाई खिलाडि़यों को चिढ़ाना शुरू किया। जहां कुछ बांग्लादेशी खिलाड़ी श्रीलंकाई खिलाडि़यों से हाथ मिला रहे थे तो दूसरी तरफ बांग्लादेशी क्रिकेटर सोहम श्रीलंकाई बल्लेबाज कुशाल परेरा से भिड़ गए। इन दोनों के बीच मैदान में भी हाथापाई की नौबत आ गई। दोनों एक-दूसरे की तरफ मारने के लिए दौड़े तो बांग्लादेशी कोच कोर्टनी वाल्श बीच में आ गए। किसी तरह से इसे रोका गया। निश्चित तौर पर आइसीसी इस ओर देख रहा होगा और जल्द कोई कार्रवाई करके कड़ा संदेश देगा। हद तो तब हो गई जब बांग्लादेशी टीम ने जीत के बाद ड्रेसिंग रूम में तोड़फोड़ की। वहां के शीशे टूटे पाए गए।
बांग्लादेश का उम्दा खेल
चोट के कारण इस मैच से पहले सीरीज में नहीं खेल पाए कप्तान शाकिब ने इस मैच के जरिये वापसी की और टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। 41 रनों पर पांच विकेट गंवाने वाली श्रीलंकाई टीम ने कुशाल और तिषारा परेरा के अर्धशतकों की बदौलत बांग्लादेश को 160 रनों का लक्ष्य दिया। बांग्लादेश ने ओपनर तमीम इकबाल (50) और विकेटकीपर मुस्फिकुर रहीम (28) के सहारे स्कोर को 97 रनों पर पहुंचा दिया। जब लग रहा था कि वे आसानी से जीत जाएंगे तभी श्रीलंकाई गेंदबाजों ने कई विकेट लेकर मेहमानों को बैकफुट पर डाल दिया। बांग्लादेश को आखिरी ओवर में 12 रन चाहिए थे लेकिन मुस्तिफिजुर रहीम शुरुआती गेंद पर रन नहीं बना पाए। आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर पर रहीम रन आउट हो गए। इसके बाद ही विवाद शुरू हो गया। बांग्लादेशी खिलाड़ी कह रहे थे कि उडाना ने लगातार दो बाउंसर फेंकी लेकिन अंपायर ने नो बॉल करार नहीं दी। किसी तरह बांग्लादेशी कोच के कहने पर मैच वापस शुरू हुआ और महमुदुल्लाह ने अगली तीन गेंदों पर 04, 02 और 06 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी।
श्रीलंका के परेरा का हमला
मेजबान श्रीलंका ने एक समय 41 रन पर ही पांच विकेट गंवा दिए थे लेकिन कुशाल परेरा (61) और तिषारा परेरा (58) ने बांग्लादेशी गेंदबाजों की धुनाई करते हुए टीम की वापसी कराई। इन दोनों की वजह से श्रीलंका ने बांग्लादेश के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के आखिरी लीग मैच में 20 ओवरों में सात विकेट पर 159 रन का स्कोर खड़ा किया। पांच विकेट गिरने के बाद श्रीलंकाई बल्लेबाजों कुशाल और तिषारा पर जबरदस्त दबाव था लेकिन उन्होंने इससे उबरते हुए न केवल अच्छी पारी खेली बल्कि अपनी टीम को मुकाबले में वापस लाए। इन दोनों ने शुरुआत में टिककर खेलने की रणनीति अपनाई और जैसे ही साझेदारी मजबूत हुई वैसे ही बांग्लादेशी गेंदबाजों पर कड़ा प्रहार किया। प्रहार इतना गहरा था कि एक समय हावी चल रही बांग्लादेशी टीम इन दोनों के सामने बैकफुट पर आ गई। इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी की और यही कारण था कि 8.1 ओवर में पांच विकेट गंवाने वाली श्रीलंकाई टीम का छठा विकेट 19वें ओवर में गिरा। सात चौके और एक छक्का मारने वाले कुशाल की 40 गेंदों की पारी का अंत सौम्य सरकार ने किया। कुशाल के आउट होने के बाद भी तिषारा ने आक्रमण जारी रखते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 37 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्के लगाए।