बॉल टैंपरिंग विवाद के बाद टीम इंडिया को हुआ बड़ा फायदा, कोहली की सेना अबकी बार रचेगी इतिहास!
टीम इंडिया मौजूदा समय में टेस्ट की नंबर वन टीम है।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। ऑस्ट्रेलियाई टीम पर दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हुए बॉल टेंपरिंग (गेंद से छेड़छाड़) विवाद का असर इस साल के अंत में शीर्ष रैंकिंग पर काबिज भारतीय टीम के खिलाफ होने वाली सीरीज पर भी पड़ेगा, क्योंकि स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बेनक्राफ्ट अब इस सीरीज का हिस्सा नहीं होंगे। हालांकि, बेनक्राफ्ट की तुलना में स्मिथ और वार्नर कहीं बड़े खिलाड़ी हैं और उनकी कमी का फायदा हर विरोधी टीम उठाना चाहेगी।
स्मिथ और वार्नर अगले साल अप्रैल तक ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं खेल सकेंगे, जबकि बेनक्राफ्ट का नौ महीने का प्रतिबंध इस साल के अंत में या अगली साल की शुरुआत में खत्म होगा। अगले 12 महीने ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी व्यस्तता से भरे हुए हैं। आइसीसी के भविष्य दौरा कार्यक्रम के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ न सिर्फ इस अहम सीरीज को खेलना है, बल्कि मेलबर्न में पारंपरिक बॉक्सिंग डे टेस्ट और नए साल की शुरुआत में सिडनी में भी खेलना है, जहां नए साल के मौके पर बड़ी तादाद में दर्शक पहुंचते हैं।
भारत के पास सुनहरा मौका
स्मिथ और वार्नर के नहीं होने का सबसे बड़ा फायदा भारतीय टीम को मिल सकता है। इस साल नवंबर-दिसंबर में चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा होगा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज 1947-48 में खेली थी और पिछले 71 वर्षो में भारत वहां कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत सका है। भारत ने वहां 11 सीरीज खेली हैं, जिसमें आठ में उसे हार मिली, जबकि तीन ड्रॉ रहीं।
भारत के खिलाफ बेहतरीन है स्मिथ का रिकॉर्ड
भारत का पिछला ऑस्ट्रेलियाई दौरा दिसंबर 2014-15 में हुआ था। चार टेस्ट की यह सीरीज भारत ने 0-2 से गंवाई थी। तब बतौर बल्लेबाज खेल रहे स्मिथ ने चार मैचों में चार शतक के साथ 769 रन बनाए थे। वहीं, वार्नर ने चार मैचों में तीन शतक के साथ 427 रन बनाए थे। स्मिथ का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड काफी शानदार है। उन्होंने भारत के खिलाफ 10 टेस्ट में 84.05 की औसत से सात शतक के साथ 1429 रन बनाए हैं।
एक साल तक नहीं दिखेगी ये जंग
बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद दर्शकों को अब भारत के आगामी ऑस्ट्रेलियाई दौरे में स्मिथ और विराट कोहली के बीच बेहतर कप्तान और बल्लेबाज की दिलचस्प जंग देखने को नहीं मिल सकेगी। इस तरह से इस सीरीज का प्रभाव कुछ कम होगा। हालांकि, यह सीरीज भारत के लिहाज से अभी भी काफी बड़ी है, क्योंकि वह टेस्ट रैंकिंग की शीर्ष टीम है और यह माना जा रहा है कि वर्तमान पीढ़ी के लिए यह साबित करने का सर्वश्रेष्ठ की वह देश की अब तक की सर्वश्रेष्ठ टीम है।
12 महीने में 12 टेस्ट, 28 वनडे और सात टी-20 खेलेंगे कंगारू
ऑस्ट्रेलिया को अगले 12 महीनों में 12 टेस्ट, 29 वनडे और सात टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं। इस टीम को अब इंग्लैंड दौरा करना है, जहां पांच वनडे और जून में एक टी-20 मैच खेला जाएगा। ऐसे में तीनों प्रतिबंधित खिलाड़ियों की कमी उसे खासी खलेगी। इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच में वार्नर को कप्तानी करनी थी। तीनों खिलाड़ियों पर लगा प्रतिबंध अगले साल 30 मई से इंग्लैंड एवं वेल्स में होने वाले विश्व कप से पहले खत्म हो जाएगा। इसके बाद इंग्लैंड में एशेज सीरीज खेली जाएगी।