वीरेंद्र सहवाग 10 साल पहले इतिहास रचने से चूके थे, आज भी कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया रिकॉर्ड
वीरेंद्र सहवाग 10 साल पहले एक ऐसा करनामा करते करते रह गए थे जो दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन भी नहीं कर पाए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कुछ ऐसा पारियां खेली हैं जो आज भी इतिहास से पन्नों में दर्ज हैं। सहवाग भारत की तरफ से तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। 10 साल पहले एक ऐसा करनामा करते करते रह गए थे जो दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन भी नहीं कर पाए थे। आईसीसी ने 10 साल पहले सहवाग की खेली गई बेमिसाल पारी को याद किया है।
4 दिसंबर 2009 एक ऐसी तारीख जिसने दुनिया में क्रिकेट के तमाम चाहने वालों की सांसें रोक दी थी। भारतीय क्रिकेट के सबसे आक्रामक ओपनर में गिने जाने वाले सहवाग श्रीलंका के खिलाफ तीसरा तिहरा शतक लगाने का कारनामा करने के बेहद करीब पहुंचकर चूक गए थे। सहवाग के नाम इतिहास रचने का मौका था लेकिन उन्होंने अपने आक्रामक अंदाज की वजह से इसे गंवा दिया।
10 साल पहले सहवाग इतिहास रचने से चूके
आज ही के दिन 10 साल पहले भारतीय टीम के तूफानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग इतिहास रचने से चूक गए थे। 4 दिसंबर 2009 को सहवाग श्रीलंका के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए तिहरे शतक की तरफ कदम बढ़ा रहे थे। लेकिन अपनी आक्रामक शैली में बल्लेबाजी करने की वजह से वह इस बड़े रिकॉर्ड को अपने नाम करने से महज 7 रन दूर रह गए। सहवाग ने 293 रन पर छक्का लगाने की कोशिश में अपना विकेट गंवा दिया। सहवाग के नाम दो तिहरे शतक हैं और अगर वो सात रन और बना लेते तो तीन तिहरा शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाते।
आज भी अटूट है यह रिकॉर्ड
अब तक विश्व क्रिकेट में सिर्फ चार ही ऐसे बल्लेबाज हुए हैं जिन्होंने दो बार तिहरा शतक बनाया है। ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और क्रिस गेल। इस लिस्ट में वीरेंद्र सहवाग अकेले भारतीय बल्लेबाज हैं। आज भी टेस्ट क्रिकेट में तीन तिहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड अटूट है। इन चारों के अलावा कोई भी बल्लेबाज दो तिहरा शतक बनाने में भी कामयाब नहीं हो पाया है।