हमने भारतीय टीम को ढील दे दी : प्लेसिस
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज फाफ डू प्लेसिस ने कहा कि उनकी टीम ने कुछ गलतियां करके इंदौर में खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय टीम को विश्वास हासिल करने का मौका दे दिया। तीसरे वनडे से पहले प्रेस कांफ्रेंस में प्लेसिस ने कहा- टीम के लिहाज से यह बहुत निराशाजनक
राजकोट। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज फाफ डू प्लेसिस ने कहा कि उनकी टीम ने कुछ गलतियां करके इंदौर में खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय टीम को विश्वास हासिल करने का मौका दे दिया।
तीसरे वनडे से पहले प्रेस कांफ्रेंस में प्लेसिस ने कहा- टीम के लिहाज से यह बहुत निराशाजनक प्रदर्शन था। हमने टी-20 सीरीज में 2-0 और वनडे में 1-0 की बढ़त बनाकर भारतीय टीम पर अच्छा खासा दबाव बना रखा था। हमने अपने पास लय बना रखी थी, लेकिन अब हमने उन्हें ढील दे दी है।
प्लेसिस ने साथ ही कहा कि 1-1 से सीरीज में बराबरी के बाद भारतीय टीम विश्वास के साथ मैदान संभालेगी। मगर मेरे ख्याल से दोनों टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया। दोनों ही टीमों ने अपना 80 प्रतिशत प्रदर्शन भी नहीं किया। अब शायद दोनों टीमें बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए अपना जोर लगाएंगी।
प्लेसिस ने बताया कि दूसरे वनडे में उनकी टीम ने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को संकटमोच बनने का मौका दिया। उन्होंने कहा- मेरे ख्याल से हम धौनी के मुताबिक खेले। उसे बल्लेबाजी करने का समय मिला। वह सिर्फ गेंद को इधर-उधर भेजकर एक या दो रन बटोर रहा था। 60 रन पर पहुंचने के बाद धौनी ने खुलकर आक्रामक खेल खेला। हमने यहां उसके जमने की गलती कर दी।
धौनी ने 86 गेंदों में 92 रन की बेहतरीन पारी खेली और अपनी टीम को 124 रन पर छह विकेट की खराब स्थिति से उबारकर 247 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों और फील्डरों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारत को 22 रन से जीत दिलाकर सीरीज में 1-1 से बराबरी दिलाई।
धौनी की तारीफ करते हुए प्लेसिस ने कहा- मैं उन्हें जानता हूं, वह शानदार क्रिकेटर है। अच्छे खिलाड़ी ऊंचाई पर पहुंचते है और दबाव की स्थिति में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। प्लेसिस ने साथ ही कहा कि धौनी पर थोड़ा दबाव था। उन्होंने दबाव की परिस्थिति में भी अपना संयम नहीं खोया और मौके का फायदा उठाते हुए टीम को संभाल लिया। धौनी अच्छे बल्लेबाज हैं और एक बार अगर वो 50 रन बना ले तो उन्हें गेंदबाजी करना आसान नहीं होता।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने कहा कि हमारे पास इंदौर वनडे जीतने का सुनहरा मौका था। मगर न तो मैं चला और न ही डुमिनी। यह निराशाजनक था कि अच्छी शुरुआत हासिल करने के बावजूद भी हम मैच नहीं जीत सके।