EXCLUSIVE: पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने कहा, लार का विकल्प ढूंढे ICC और BCCI
EXCLUSIVE पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर ने कहा है कि ICC और BCCI को लार का विकल्प ढूंढना चाहिए।
देहरादून, जागरण संवाददाता। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ को लार की जगह कुछ अन्य पदार्थ लगाने या फिर किसी अन्य विकल्प को तलाशना चाहिए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उत्तराखंड सीनियर टीम के मुख्य कोच बने वसीम जाफर ने गेंद पर लार लगाने के प्रतिबंध पर कहा कि आइसीसी और बीसीसीआइ को गेंदबाजों के हित को देखते हुए इसका विकल्प तलाशना चाहिए।
पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि गेंदबाज अगर गेंद पर लार लगाकर उसे चमकाएगा नहीं तो इससे बल्लेबाज को गेंद को खेलने में आसानी होगी। मार्च 2020 में सभी प्रारूपों से सन्यास लेने के बाद वसीम जाफर हाल ही में उत्तराखंड सीनियर टीम के मुख्य कोच नियुक्त हुए हैं। इससे पहले वसीम जाफर को आइपीएल फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब के सपोर्ट स्टाफ में भी शामिल किया गया था।
वसीम जाफर ने दैनिक जागरण से बातचीत में गेंद पर लार लगाने के प्रतिबंध पर कहा, "यह नियम दोनों टीमों के लिए लागू होगा। इससे किसी एक टीम का लाभ या नुकसान नहीं होगा।" उन्होंने आगे कहा कि आइसीसी और बीसीसीआइ को इसका विकल्प तलाशना चाहिए। जिससे गेंदबाजों को मदद मिले। इसके लिए टेस्ट क्रिकेट में नई गेंद लेने की सीमा 80 ओवर को घटाकर 70 कर सकते हैं।
उन्होंने कहा है, "अगर गेंदबाज गेंद पर लार नहीं लगा सकता है। तो उसे टेस्ट क्रिकेट या रणजी ट्रॉफी में भी दिवसीय मैचों की तरह दो नई गेंदों का इस्तेमाल करना चाहिए। जिससे गेंद में चमक बनी रहें।" वहीं, जब वसीम जाफर से ये पूछा गया कि भारत में क्रिकेट की वापसी कब हो सकती है? इस पर उन्होंने कहा कि भारत में क्रिकेट को अनलॉक करने के लिए इंग्लैंड-वेस्टइंडीज का सफल आयोजन अहम किरदार निभाएगा। अगर यह सीरीज हो जाती है तो भारत में क्रिकेट की शुरुआत होनी चाहिए।