वसीम अकरम ने बताया 1999 का भारत दौरा क्यों है उनसे लिए है सबसे खास, कुंबले ने लिए थे 10 विकेट
वसीम अकरम ने बताया कि इस टेस्ट सीरीज के दौरान ही सकलैन मुश्ताक ने दूूसरा की खोज की।
लाहौर, आइएएनएस। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने 1999 के भारत दौरे को अपना सबसे पसंदीदा दौरा बताते हुए कहा कि पड़ोसी देश में दबाव में खेलना और फिर जीत दर्ज करना बेहद खास था। अकरम की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम ने 1999 में चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 12 रनों से जीत दर्ज की थी। यह पहली बार था जब अकरम और वकार यूनिस जैसे दिग्गज गेंदबाजों ने 1989 में सचिन तेंदुलकर के पदार्पण के बाद उनका सामना किया था।
अकरम ने कहा, 'पिछली सदी के अंतिम दशक में भारत के खिलाफ जीत के बहुत मायने थे। आज के दिनों में यह एक अलग कहानी है और ये उल्टा है। अगर आप दौरे की बात करेंगे तो मैं भारत दौरे को चुनूंगा। हम 10 साल बाद भारत दौरे पर गए थे। मैं कप्तान था। पहला टेस्ट चेन्नई में था। मैंने अपने खिलाडि़यों से कहा था कि अगर स्टेडियम शांत रहता है तो इसका मतलब है कि हम अच्छा काम कर रहे हैं। इसलिए हमें कभी भारत में सपोर्ट नहीं मिला और भारत को कभी पाकिस्तान में सपोर्ट नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि सकलैन मुश्ताक ने इस सीरीज में कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने दूसरा की खोज की। चेन्नई के दर्शकों से हमें तालियों की तूफानी गड़गड़ाहट सुनने को मिली। यह मेरा पसंदीदा दौरा था। इसके बाद दिल्ली में दूसरा टेस्ट मैच था। अनुल कुंबले ने इस मैच की एक पारी में 10 विकेट चटकाए थे। यह बहुत ही यादगार दौरा था। मैंने हमेशा भारत-पाकिस्तान मैच में दबाव का आनंद लिया और इसे सकारात्मक रूप से लिया।'
आपको बता दें कि भारत के सबसे सफल स्पिनर अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान (अब अरुण जेटली स्टेडियम) पर टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेने का कमाल किया था। वो भारत के पहले ऐसे टेस्ट गेंदबाज बने थे जिन्होंने किसी टेस्ट मैच की एक पारी में दस विकेट लिए तो वहीं टेस्ट क्रिकेट में ये कमाल करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे। कुंबले से पहले जिम लेकर ने सबसे पहले टेस्ट क्रिकेट में ये कमाल किया था।