वीरेंद्र सहवाग ने किया खुलासा, किस वजह से वो जहीर खान को दिया करते थे गालियां
टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करने का मौका सहवाग को उस वक्त टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली ने दिया था लेकिन इसके लिए टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने कप्तान गांगुली को अप्रोच किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। वीरेंद्र सहवाग को टीम इंडिया के तूफानी ओपनर के तौर पर जाना जाता है। क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में वीरू अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते थे और कभी इस बात की परवाह नहीं करते थे कि उनके सामने कौन गेंदबाजी कर रहा है। अपने बेखौफ अंदाज की वजह से ही वीरू भारत के बेहद सफल ओपनर बल्लेबाजों में से एक बने। टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करने का मौका सहवाग को उस वक्त टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली ने दिया था, लेकिन इसके लिए टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने कप्तान गांगुली को अप्रोच किया था।
सहवाग ने इस बात का खुलासा बंगाल के एक लोकप्रिय टीवी शो दादागिरी अनलिमिटेड के विशेष एपिसोड दादा तुम्हे सलाम में किया था। इस शो में एंकर खुद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली थे। सहवाग ने अपने करियर के बारे में बात करते हुए कहा कि, मैंने 1999 से लेकर 2000 तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला और खूब बनाए। इसके बाद टीम में मेरा चयन हुआ और मेरे कप्तान गांगुली थी। गांगुली ने ही दिसंबर 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टीम में मेरा चयन किया था और काफी मौके भी दिए। शुरुआत के 15-20 पारियों में मैं ज्यादा रन नहीं बना पाया था, लेकिन इसके बावजूद इन्होंने मुझे सपोर्ट करना जारी रखा। मुझे इतने मौके देने के लिए मैं गांगुली को धन्यवाद करता हूं और उन्होंने मुझे इतने मौके नहीं दिए होते तो शायद मैं इतना बड़ा खिलाड़ी भी नहीं बन पाता।
सहवाग ने अपने ओपनर बनने की कहानी को याद करते हुए कहा कि, इसका श्रेय सौरव गांगुली के साथ-साथ जहीर खान को भी जाता है। हम उस समय श्रीलंका दौरे पर थे और बतौर ओपनर युवराज, अभय कुरसिया, हेमंग बदानी को आजमाया गया था, लेकिन कोई भी रन बनाने में कामयाब नहीं रहा था। इसके बाद जहीर खान ने गांगुली को अप्रोच किया और कहा कि, दादा सहवाग से ओपनिंग करवाओ। इसके बाद मैं जहीर खान को गालियां देता था कि, तुमने मुझे ओपनर क्यों बनवा दिया। हालांकि इन दोंनों को मैं शुक्रिया कहना चाहूंगा कि इनकी बदौलत मैंने ओपनिंग की और इतने रन बनाए। सहवाग ने 104 टेस्ट में 8586 तो वहीं 251 वनडे में 8273 जबकि 19 टी 20 मैचों में 394 रन बनाए थे। टेस्ट में उन्होंने 23 तो वनडे में 15 शतक लगाए थे।