विराट कोहली ने इसे बताया हार की सबसे बड़ी वजह, पिच के बारे में भी कह दी ये बात
द. अफ्रीका ने केपटाउन टेस्ट 72 रन से अपने नाम कर लिया था। इस मुकाबले में भारत को चौथे ही दिन हार का सामना करना पड़ा।
केपटाउन, जेएनएन। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने टीम की तैयारियों और अंतिम एकादश में किसी भी गड़बड़ी को नकारते हुए कहा कि चौथे दिन लंच तक ड्रेसिंग रूम का माहौल बेहद सकारात्मक था, लेकिन 210 रनों से कम के लक्ष्य को हासिल नहीं करना काफी दुख देने वाला है। इससे आपको दुखी होना ही चाहिए, क्योंकि इसी से आप अपनी गलतियों को पकड़ोगे और आगे बेहतर होकर आओगे। इसके साथ ही उन्होंने न्यूलैंड्स की घसियाली पिच को बेहतरीन बताया।
हमारी तैयारियां बेहतर : भारतीय कप्तान ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमारी तैयारियों में कुछ कमी थी। दक्षिण अफ्रीकी यहां लगातार खेलते हैं, लेकिन वे भी दूसरी पारी में 130 रनों पर ऑलआउट हो गए। यह ऐसा विकेट था जिस पर हर दिन कुछ न कुछ हो रहा था। हां, मैं इतना जरूर कहूंगा कि बल्लेबाजी से हमने आपको नीचा दिखाया। एक साथ कई विकेट गिरना हमेशा नुकसानदेह होता है। 208 रनों का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, लेकिन उसके लिए किसी एक को 75 से 80 रनों की पारी खेलनी पड़ती, जो नहीं हो सका। हम एक बड़ी साझेदारी चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम दो बार दबाव में होने के बावजूद मैच में बहुत अच्छी तरह से वापस आए और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद हमारे पास इसे जीतने का भी मौका था।
बल्लेबाजी के बिना बेकार है गेंदबाजी का प्रदर्शन : भारतीय कप्तान ने कहा कि निश्चित तौर पर टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेने होते हैं, लेकिन उसके लिए आपके बल्लेबाजों को भी अच्छा करना होता है। हमें और बेहतर बल्लेबाजी करने की जरूरत थी। हार्दिक ने पहली पारी में अच्छी पारी खेलकर हमें जरूर कुछ सहारा दिया। हम अभी भी 70 के करीब रनों से हारे हैं जो सुनने में ज्यादा लगता होगा, लेकिन अगर साझेदारी नहीं भी हो पा रही थी और हमारे बल्लेबाज 30-35 रन ही जोड़ते जाते तो मैच का रिजल्ट बदल सकता था। इसमें शक नहीं कि हमें और बेहतर करना होगा।
फिलेंडर अलग तरह के गेंदबाज : कोहली ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में गेंदबाजों को बहुत बाउंस मिलता है। आपको यहां सतर्क रहना होता है, आप गलत शॉट नहीं खेल सकते। उनके गेंदबाजों को क्रेडिट जाता है जिन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए दबाव बनाया। निश्चित तौर पर हमें दूसरी पारी में उन पर दबाव बनाते हुए ज्यादा रन बनाने थे जैसा उन्होंने पहली पारी में किया था। जहां तक फिलेंडर की बात है तो वह अलग तरह के गेंदबाज हैं। दूसरी पारी में उनके पास सिर्फ तीन तेज गेंदबाज थे, क्योंकि चोटिल स्टेन गेंदबाजी नहीं कर सकते थे। इसके बावजूद फिलेंडर ने खासतौर पर उन्हें मजबूती दी। वह हमेशा ऐसी जगह गेंद पटकते हैं जहां से गेंद को अलग तरह की उछाल मिलती है। वह दोनों तरफ गेंद को सीम करा लेते हैं। आपको जब भी इस तरह के गेंदबाजों को खेलना हो तो आपको सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। जब गेंदबाजों को बहुत कुछ नहीं मिल रहा था तब उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। एक समय जब मैं और रोहित खेल रहे थे तो हमें लगा कि अब हम आराम से खेल लेंगे, लेकिन एक के बाद एक विकेट गिरते गए जिससे हमें नुकसान हुआ।
पिच बेहतरीन : विराट ने कहा कि यहां की पिच शानदार थी। मुङो इस तरह की विकेट बेहद पसंद हैं। एक दिन बारिश होने के बावजूद चार दिन में मैच का निर्णय निकल आया। यह टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतरीन है। एक टीम नहीं, बल्कि दोनों टीमों को अलग-अलग समय अलग-अलग परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, इसलिए मुङो लगता है कि एक टीम के तौर पर हमने इस मैच और दक्षिण अफ्रीका का आनंद लिया। मुङो लगता है कि आगे के मैचों में भी हमें ऐसी ही पिचें मिलेंगी जिस पर हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। कोहली ने उप कप्तान रहाणो को नहीं खिलाने के फैसले का बचाव किया और कहा कि रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था।